September 22, 2024

EXCLUSIVE: श्री देव सुमन विवि के कुलपति का कारनामा, कोविड गाइडलाइन को दरकिनार कर 23 को भर्ती की तैयारी

देहरादन। देहरादन। उत्तराखंड का राज्य विश्वविद्यालय श्रीदेव सुमन एक बार फिर चर्चा में आ गया है। इस बार कुलपति की मनमानी से ऐसे कर्मचारियों की भर्ती की तैयारी की जा रही है, जिनकी नियुक्ति को लेकर कोई नियमावली मौजूद नहीं है। इतना ही नहीं मुख्य सचिव और जिलाधिकारी टिहरी गढवाल के आदेश के बावजूद भी विवि 23 अप्रैल को विवि परिसर में नौकरी के नाम पर युवाओं का मेला लगाने जा रहा है। इसके लिए बाकायदा बड़ी संख्या में प्रदेशभर के युवा बेरोजगारों को विवि मुख्यालय बादशाही थौल टिहरी गढ़वाल बुलाया गया है।

मजेदार बात यह है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार ने उत्तराखंड के सभी शासकीय व अशासकीय एवं विवि में शिक्षकों और कर्मचारियों की भर्ती पर रोक लगा दी गयी है। मुख्य सचिव के आदेश से साफ है कि 17 अप्रैल के बाद राज्य सरकार ने कोरोना संक्र्रमण की रोकथाम के लिए कडे़ कदम उठाए हैं। इसके तहत ऐसे सभी आयोजनों पर रोक लगा दी गई है, जिनमें ज्यादा लोगों की मौजूदगी हो और कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका हो। सभी भर्तियों को दोबारा शुरू करने के लिए भविष्य में अलग से आदेश किये जाने की बात भी इस शासनादेश में कही गयी है।

क्या है श्रीदेव सुमन विवि का ताजा प्रकरण

दरअसल 27 मार्च को श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय बादशाहीथौल टिहरी गढवाल के प्रभारी कुलसचिव द्वारा एक विज्ञप्ति जारी की गयी है। उक्त विज्ञप्ति में साफ साफ लिखा गया है कि श्रीदेव सुमन विवि बादशाही थौल टिहरी गढवाल में कार्यालयी कार्यो के निर्वहन के लिये श्रम विभाग उत्तराखंड की प्रचलित दरों पर नितांत अस्थाई कामचलाउ व्यवस्था के तहत कर्मचारियों की आवश्यकता है। जिसके लिए 23 अप्रैल 2021 को सुबह 10 बजे से विश्वविद्यालय मुख्यालय पर साक्षात्कार किया जायेगा। इससे बड़़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि कोरोना महामारी में जहां प्रदेशभर के सभी शिक्षण संस्थानों को 30 अप्रैल तक के लिये बंद कर दिया गया है कि ऐसे में प्रदेशभर के बेरोजगारों को एक साथ विवि कैंपस बुलाकार विवि कुलपति कहीं कोरोना को न्यौता तो नहीं दे रहे है।

उधर बडी संख्या में बेरोजगार युवाओं ने दस्तावेज को बताया कि वह भी 23 अप्रैल की भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए श्रीदेव सुमन विवि कैंपस के लिये निकल रहे है। लेकिन सबसे बडी समस्या आवेदकों के सामने यह खडी हो गयी है कि कोरोना के इस संकट में वह विवि मुख्यालय तक कैसे पहुंचे? इतना ही नहीं अधिकांश युवा बेरोजगारों ने आरोप लगाया कि विवि इस भर्ती प्रक्रिया को कोरोना में इस लिये करवाना चाहता है ताकि दूर दराज से लोग न पहुंच सके और वह अपने चहेतों को अंदर कर दे।

वहीं बेरोजगार संगठन के नेता सौरभ गुसाई ने बताया कि श्रीदेव सुमन विवि को तत्काल भर्ती प्रक्रिया को रोक देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि बडी संख्या में प्रदेश के बेरोजगार श्रीदेव सुमन विवि के लिए निकल गये है, ऐसे में इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विवि प्रशासन की होगी। वहीं चमोली जिला घाट निवासी सुमित कठैत ने बताया कि वह भी कल श्रीदेव सुमन विवि भर्ती के लिये जा रहे है। उन्होंने बताया बेरोजगारी के कारण कोविड में भी घर से निकलने का मौका श्रीदेव सुमन विवि ने दिया है तो वह उसको नहीं छोड़ना चाहते है।

क्या कहते है अधिकारी

विवि में हो रही भर्ती प्रकृया का मामला मेरे संज्ञान में नही है। किन परिस्थतियों में भर्ती की जा रही है इसको भी देखा जायेगा। वर्तमान में कोरोना वायरस कोविड -19 के दिशा निर्देश का पालन किया जाना अति आवश्यक है। इसके लिये पहले ही निर्देश जारी किये जा चुके है।
विनोद प्रसाद रतूडी
प्रभारती सचिव उच्च शिक्षा

जिलाधिकारी टिहरी गढवाल का कहना है की 17 अप्रैल के शासनादेश का सख्ती से पालन किया जा रहा है। जहां तक श्रीदेव सुमन विवि में भर्ती प्रक्रिया का सवाल है तो यह विवि का मामला है, लेकिन प्रदेश में इस समय कोविड-19 की प्रभावी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। अगर किसी भी स्तर पर इस नियम की चूक की जाती है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
इवा आशीष श्रीवास्तव
जिला अधिकारी टिहरी गढ़वाल

पुलिस प्रशासन जनपद में सख्ती से कोरोना वायरस कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करवा रही है। किसी भी प्रकार से किसी को रियायत नही दी जा रही है। अधिक संख्या में कोई एकत्र नही हो सकता है सामाजिक दूरी का पूरा पालन किया जा रहा है।

तृप्ति भट्ट, SSP , टिहरी गढ़वाल 


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