दिल्ली कूच के लिए किसानों का ‘मरजीवड़ा जत्था’ रवाना, शंभू बॉर्डर पर बैरिकेडिंग तोड़ी, अंबाला में इंटरनेट सेवाएं बंद
संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में शुरू हुआ आंदोलन, किसानों ने दिल्ली कूच के लिए कमर कसी
चंडीगढ़: किसानों के दिल्ली कूच की शुरुआत हो चुकी है। शुक्रवार दोपहर, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में 101 किसानों का पहला जत्था, जिसे ‘मरजीवड़ा जत्था’ नाम दिया गया है, शंभू बॉर्डर से रवाना हुआ। यह जत्था हर हाल में दिल्ली पहुंचने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है।
इस दौरान किसानों ने शंभू बॉर्डर पर लगी बैरिकेडिंग को तोड़ दिया और पैदल मार्च शुरू कर दिया। अंबाला और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं एहतियातन बंद कर दी गई हैं। किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि यह जत्था हर मुश्किल को झेलने और जरूरत पड़ी तो जान देने के लिए भी तैयार है।
क्यों हो रहा है दिल्ली कूच?
किसान संगठनों ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी मांगें अब तक पूरी नहीं की गई हैं। इस आंदोलन का उद्देश्य किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष करना है।
मरजीवड़ा जत्था: आंदोलन के प्रतीक
‘मरजीवड़ा जत्था’ में शामिल किसानों का कहना है कि यह जत्था एक प्रतीक है, जो हर हाल में अपने अधिकारों के लिए लड़ने का इरादा रखता है। किसान मजदूर मोर्चा के नेताओं ने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार उनकी मांगों को मान नहीं लेती।