किसान आंदोलन: किसानों का रेल रोको अभियान, बिहार में रोकी गई ट्रेनें
पंजाब और हरियाणा में किसानों ने गुरुवार को केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देशव्यापी आह्वान पर चार घंटे लंबा ‘रेल रोको’ आंदोलन शुरू किया। हालांकि, दोनों राज्यों में कहीं भी हिंसा की कोई रिपोर्ट नहीं है।
किसान यूनियनों द्वारा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आह्वान करने के अलावा, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक ट्रेनों को रोका जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन (चढ़ुणी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने किसानों से अपील की है कि वे अपने-अपने जिलों में निर्दिष्ट स्थानों पर इकट्ठा हों और विरोध को सफल बनाएं। उन्होंने किसानों से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि विरोध शांतिपूर्ण तरीके से हो।
एडिशनल डिवीजनल रेलवे मैनेजर (ऑपरेशंस), अंबाला डिवीजन, पंकज गुप्ता ने मीडिया को बताया कि कानून और व्यवस्था के लिए रेलवे सुरक्षा विशेष बल की अतिरिक्त कंपनियां तैनात हैं।
जम्मू-कश्मीर में भी प्रदर्शन
किसान यूनाइटेड-किसान मोर्चा के तत्वावधान में 4 घंटे राष्ट्रव्यापी ‘रेल रोको’ #FarmLaws के खिलाफ आंदोलन के हिस्से के रूप जम्मू के चन्नी हिमात क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया।
बिहार
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के कार्यकर्ताओं ने पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर फार्म लॉ के खिलाफ ‘रेल रोको’ आंदोलन किया।
4 घंटे लंबे देशव्यापी ‘रेल रोको’ के आह्वान के मद्देनजर गाजियाबाद जंक्शन पर आज सुरक्षा तैनात है। गाज़ियाबाद के SHO ने बताया, “सभी जगह सुरक्षाबल को तैनात कर दिया गया है और किसानों से भी वार्ता चल रही है ताकि वो शांतिपूर्ण ढंग से अपना कार्यक्रम करें।”