नवरात्र का पहला दिन आज, वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन के लिए जुटे श्रद्धालु
नवरात्रि का नौ दिवसीय त्योहार सोमवार को उत्साह के साथ शुरू हो गया। आज उत्सव (कलश या घटस्थापना) का पहला दिन है। शारदीय नवरात्रि उत्सव देवी दुर्गा और उनके नौ अवतारों को समर्पित है। उधर, जम्मू-कश्मीर के कटरा में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में नवरात्र के पहले दिन श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा।
#WATCH जम्मू-कश्मीर: कटरा में नवरात्रि उत्सव के पहले दिन वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतार देखी गई। pic.twitter.com/y4vrMZjaXW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 26, 2022
अधिकारियों ने बताया कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सभी जरूरी इंतजाम किए हैं।
ऐसा ही नजारा मुंबा के मुंबई देवी मंदिर में भी देखने को मिला, जहां नवरात्रि के पहले दिन सुबह-सुबह आरती की गई। दिल्ली में दिल्ली के झंडेवालान मंदिर के दृश्यों में भक्तों को मां दुर्गा की पूजा करते देखा गया।
छतरपुर मंदिर दिल्ली के पुजारी ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए त्योहार के महत्व के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि आज नवरात्रि का पहला दिन है, हम शैलपुत्री के नाम से पूजा करते हैं। आज मां दुर्गा की पूजा करने वालों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। छतरपुर मंदिर न केवल देश में, बल्कि दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
अश्विन शुक्ल पक्ष की नवमी से प्रतिपदा तक शारदीय नवरात्रि मनाई जाती है। इस दौरान मां दुर्गा और उनके नौ अवतारों की पूजा की जाती है, जिन्हें नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है। संस्कृत में नवरात्रि का अर्थ है ‘नौ रातें’। इस साल नवरात्रि नौ दिनों तक यानी 26 सितंबर से शुरू होकर 5 अक्टूबर तक चलेगी।
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है नवरात्रि
नवरात्रि का त्योहार राक्षस महिषासुर की हार और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव के दौरान, भक्त मां दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा करते हैं ताकि उनका आशीर्वाद प्राप्त हो सके। नवरात्रि के प्रत्येक दिन के साथ एक देवी अभिव्यक्ति जुड़ी हुई है।
इन नौ दिनों के दौरान लोग अनुष्ठानिक उपवास रखते हैं। प्रत्येक देवी को समर्पित श्लोकों का पाठ करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, भोग लगाते हैं और अपने घरों को साफ करते हैं।
बड़े पैमाने पर होता है रामलीला का आयोजन
नवरात्रि के मौके पर उत्तर भारत में विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश में रामलीला का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है। रामलीला के दौरान रावण पर भगवान राम की विजय की कहानी बताई और दिखाई जाती है। दशहरे पर रावण के पुतले जलाए जाते हैं। नवरात्रि के दसवें दिन को विजयदशमी के रूप में भी जाना जाता है।
गरबा और डांडिया का भी होता है आयोजन
नौ दिवसीय उत्सव के दौरान गरबा और डांडिया रास समेत कई नृत्य का आयोजन किया जाता है। गरबा एक पारंपरिक नृत्य है जिसमें प्रतिभागी ताली बजाते हैं और लयबद्ध इशारे करते हुए एक सर्कल में चलते हैं।