November 25, 2024

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने की प्रेसवार्ता, कहा अब उन्हें प्रदेश की जांच एजेंसियों पर एतबार नहीं

ganesh godiyal

देहरादून। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अंकिता हत्याकांड मामले में वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं करने पर प्रदेश सरकार पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने देहरादून प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में यूकेएसएसएसी भर्ती घोटाला, समेत तमाम मुद्दो को लेकर सरकार को घेरा। पत्रकार वार्ता में उन्होंने प्रदेश की जांच एजेसियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े किये।

स्पीकर के बयान पर दर्ज की आपत्ति

प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूड़ी के बयान पर सख्त आपत्ति जाहिर की। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने दो दिन में ही विधान सभा सत्र समाप्त कर बयान दिया कि ‘बिजनेस’़ नहीं था, इसलिए सत्र जल्दी समाप्त करना पड़ा।’ उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है लेकिन विधानसभ अध्यक्ष ने प्रदेश में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था पर चर्चा का समय नहीं दिया।

संसदीय कार्य मंत्री को घेरा

अंकिता हत्याकांड मामले में वीआईपी के नाम को लेकर गोदियाल ने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन में कहा वीआईपी नहीं था, कमरा ‘वीआईपी’ था। उन्होंने कैबिनेट मंत्री और प्रदेश सरकार पर अंकिता हत्याकांड के दोषियों को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अंकिता हत्याकांड में शुरू से हीलाहवाली की गई। कहा कि इस हत्याकाण्ड के सामने आने के बाद सबसे पहले सबूत मिटाने के लिए घटनास्थल को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। उन्होंने इस मामले में गठित एसआईटी की जांच पर भी सवाल उठाये।

आरोप लगाया कि एसआईटी प्रदेश सरकार के दबाव में काम कर रही है। एसआईटी का कहना है कि सभी सुबूत क्लेक्ट कर लिये गये हैं लेकिन एसआईटी अभी तक कथित वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं कर पाई है। इस पर संसदीय कार्यमंत्री का ये कहना कि वीआईपी एक कमरा है जिसे ‘वीआईपी’ का कर सम्बोधित किया जाता बेहद ही शर्मनाक बयान है।

प्रदेश सरकार कथित वीआईपी का बचाने का प्रयास कर रही है। जिसके चलते एसआईटी सारे सबूत होने के बाद भी कथित वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं कर रही है। कहा कि अब इस मामले में आरोपियों के नारको टेस्ट की बात की जा रही है लेकिन उनको प्रदेश सरकार के अधीन ऐसे किसी भी जांच पर अब भरोसा नहीं है। उन्होंने की नारको टेस्ट किसी स्वतंत्र एजेंसी के निगरानी में किया जाना चाहिए।

यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले की जांच में उठाये सवाल

पत्रकार वार्ता के दौरान गणेश गोदियाल ने यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले मामले में भी प्रदेश सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भर्ती घोटाले में शामिल लोग सत्ता पक्ष में ताल्लुक रखते है। लिहाजाा प्रदेश सरकार के इशारे एसटीएफ ने इस मामले में जांच और कमजोर पैरवी के चलते आरोपी एक के बाद जमानत पर रिहा हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई से की जानी चाहिए।

सहकारिता विभाग भर्ती घोटाला

गणेश गोदियाल ने कहा कि सहकारिता भर्ती घोटाले मामले में जांच हो चुकी, लेकिन मंत्री नहीं चाहते इस पर कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि मंत्री धन सिंह रावत और प्रेमचंद अग्रवाल को पद से हटाकर सहकारिता और विधानसभा भर्ती घोटाले की निष्पक्ष जांच हो। उन्होंने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने और सिंचाई विभाग में अवर अभियंताओं की भर्ती जल्द करने की बात कही।