औषधीय गुणों से भरपूर फसलों और परंपरागत भोजन की प्रदर्शनी लगाकर ‘गढ़भोज दिवस’ को मनाया गया
नरेन्द्रनगर। शनिवार को धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय के बीएससी गृह विज्ञान विभाग ने उत्तराखंड में उत्पादित फसलों ष्श्रीअन्न ष्की प्रदर्शनी लगाई। प्रशासनिक भवन के प्रथम तल पर आयोजित दैवीय अनाजों की इस प्रदर्शनी को कॉलेज छात्रों ,प्राध्यापकों और कर्मचारियों ने देखा और इसके बारे में जानकारी हासिल की।
श्रीअन्न की इस प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कालेज प्राचार्य प्रो राजेश कुमार उभान ने कहा कि हिमालय की दिव्य आबोहवा में उत्पन्न फसलें स्वतरूरूही औषधीय गुणों से भरपूर होती है,हमें अपने खान-पान में इन खाद्यान्नों से निर्मित भोजन का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए।
प्रदर्शनी में उत्तराखंड में उत्पन्न मसाला प्रजाति की फसलों के बीज जैसे जाखिया, अदरक ,भांग दाना, अनाज प्रजाति में मंडुवा,झंगोरा कुटकी वहीं दाल वाली फसलों में लोबिया, नौरंगी दाल, राजमा, कालेभट्ट, मिक्स राजमा, आदि विभिन्न फसल बीजों का संग्रह कर प्रदर्शित किया गया। उत्तराखंड की पारंपरिक व्यंजनों में चुलु पापड़, चुलु चटनी, गहत का फाणू,भट्ट की चुटकानी, झंगोरे का भात, मंडवे की रोटी, गहत की पटूनी, गेहूं का रोटना, अरसे ,मडवे की बर्फी, झंगोरे की खीर ,उड़द दाल की पकौड़ी, अलसी के लड्डू ,पिसा हुआ नमक, पहाड़ी ककड़ी आदि व्यंजनों को आकर्षक तरीके से बनाकर पारदर्शी पैकिंग के साथ प्रदर्शित किया गया ।
विभाग प्रभारी डॉक्टर सोनी तिलारा, प्रदर्शनी प्रदर्शक मीना चौहान तथा भागेश्वरी ने इन सभी औषधीय फसलों के बारे में प्रदर्शनी देखने वालों को जानकारी दी । प्रदर्शनी देखने वालों में भी उत्तराखंड की फसलों तथा इनसे निर्मित भोजन के बारे में जानकारी प्राप्त करने की उत्सुकता दिखी।
इस अवसर पर नियो विजन फाउंडेशन के संस्थापक गजेंद्र रमोला ,नेचर कनेक्ट आउटडोर प्राइवेट लिमिटेड के अजय कंडारी, विंटर लाइन रिसोर्ट के सुरेंद्र भंडारी कॉलेज मीडिया टीम के डॉ विक्रम सिंह बर्त्वाल, विशाल त्यागी, जितेंद्र नौटियाल ,छात्र-छात्राएं, प्राध्यापक एवं कर्मचारी विशेष रूप से प्रदर्शनी देखने वालों में सम्मिलित रहे।