September 22, 2024

श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति की सद्बुद्धि के लिए छात्रों ने जलाये दीये

देहरादून। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति के छात्र विरोधी निर्णयों से नाराज छात्र संगठनों ने अपनी आवाज मुखर कर दी है। प्रदेश छात्र संघर्ष समिति के आह्वान पर छात्रों ने अपने अपने घरों में कुलपति की सद्बुद्धि के लिए दीये जलाये। प्रदेश छात्र संघर्ष समिति का आरोप है कि विश्वविद्यालय के कुलपति पीपी ध्यानी ने प्रथम वर्ष की परीक्षा करवाने का जो निर्णय दिया है वो बिल्कुल बेबुनियाद है और नासमझी भरा फैसला है। छात्र संघर्ष समिति का कहना है कि श्रीदेवसुमन विश्वविद्यालय द्वारा बिना पाठयक्रम और पढ़ाई के प्रथम वर्ष की परीक्षा करने का फैसला सरासर गलत है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विवि द्वारा परीक्षा शुल्क लिए जाना भी अनुचित है। इसके साथ ही छात्र संघर्ष समिति का कहना है कि विवि को एक वैज्ञानिक नहीं, बल्कि शिक्षा विशेषज्ञ की आवश्यकता है। छात्र नेताओं का यह भी आरोप है कि विवि से किसी भी संबंध में अगर कोई जानकारी हासिल की जाती है तो विवि के अधिकारी फोन नही उठाते है। जिससे छात्रों का आक्रोश तेज हो गया है।

छात्र संघर्ष समिति के आह्वान पर छात्रों ने अपने अपने घरों में कुलपति की सद्बुद्धि के लिए दिए जलाये

छात्र संघर्ष समिति का कहना है कि देश में लॉकडाउन होने के कारण कई परिवार पर आर्थिक संकट आ पड़ा हैं, रोजगार छीन चुके इस स्थिति में भी श्रीदेवसुमन विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा शुल्क लिया जाना ग़लत है। वहीं छात्र संघर्ष सीमित के मुद्दों का आर्यन छात्र संगठन ने समर्थन कर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। छात्र संगठनों के यह भी आरोप है कि विश्वविद्यालय द्वारा प्रथम वर्ष का पाठयक्रम अन्तिम दिनो में जारी किया गया और महामारी के कारण छात्रो का पाठयक्रम पूरा नही हुआ। लिहाज ऐसी स्थिति में छात्र परीक्षा कैसे दे पाएंगे।

श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति की कार्यप्रणाली से नाराज छात्रों का कहना है कि वह इस संबंध में जल्द राज्यपाल महोदय और प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ धन सिंह रावत से मुलाकात करेंगे। छात्रों ने कहा कि विवि द्वारा जल्द अपने निर्णय वापस नहीं लिये गये तो विवि में अनिश्चितकाल के लिये तालाबंदी कर दी जायेगी। छात्र नेता रोबिन सिंह का कहना है कि कोरोना वायरस कोविड-19 जैसे संकट के समय भी विवि छात्रों के साथ खिलवाड कर रहा है।

वहीं प्रदेश छात्र संघर्ष समिति ने विश्वविद्यालय के उच्च पदाधिकारीयो को सही निर्णय लेने की सुमति आए इसके लिए दीये जालकर प्रार्थना की। उधर आर्यन छात्र संगठन के रुद्रप्रयाग जिलाध्यक्ष अंकित राणा का कहना है कि महाविद्यालय उत्तरकाशी, अगस्तमुनि, गुप्तकाशी, जखोली, रुद्रप्रयाग, गैरसैंण, ब्रम्हखाल, कोटद्वार, पोखरी, डोईवाला, सतपुली, कर्णप्रयाग, तलवाड़ी, गोपेश्वर आदि महाविद्यालय का भरपूर सहयोग मिला जिसमे की प्रदेश के विभिन्न छात्र संगठनों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया ।


WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com