September 22, 2024

सबसे ज्यादा वोटर वाला लोकसभा क्षेत्र है हरिद्वार, जानें इस लोकसभा सीट का इतिहास

देहरादून। भाजपा ने हरिद्वार लोकसभा सीट से पूर्व सीएम और डोईवाला से विधायक रहे त्रिवेन्द्र सिंह रावत को चुनावी मैदान में उतारा है। खास बात ये है कि यहां से मौजूदा सांसद डॉ० रमेश पोखरियाल निशंक भी डोईवाला से विधायक रहे और प्रदेश के मुख्यमत्री भी रहे। निशंक हरिद्वार से लगातार दो बार चुनकर संसद भवन पहुंचे और केन्द्रीय मंत्री भी रहे। लेकिन पार्टी हाईकमान ने इस बार निशंक के बजाय पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र पर भरोसा दिखाया है। वहीं अभी तक कांग्रेस ने यहां से पार्टी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

लोकसभा सीट का इतिहास

हरिद्वार संसदीय सीट साल 1977 में अस्तित्व में आई। पहले यह सीट सहारनपुर संसदीय सीट का हिस्सा थी। अलग संसदीय क्षेत्र बनने के बाद यहां दस बार लोकसभा के सामान्य निर्वाचन हुए हैं। 1984 में एक बार उपचुनाव भी हो चुका है। अलग सीट बनने के बाद से ही वर्ष 2009 से पहले तक यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रही। ज्वालापुर निवासी डा. भगवानदास राठौर हरिद्वार सीट के पहले सांसद थे, जो भारतीय लोक दल के टिकट पर सांसद चुने गए थे। साल 2009 में सामान्य सीट होने पर कांग्रेस के हरीश रावत और उनके बाद भाजपा के डा. रमेश पोखरियाल निशंक वर्ष 2014 में यहां से सांसद बने। इस सीट का इतिहास टटोलने पर शुरुआत का समय लोकदल के प्रभाव को सामने रखता है।
पूरे चुनावी इतिहास में इस सीट पर सबसे ज्यादा छः बार भाजपा को जीत मिली है। तीन बार कांग्रेस, दो बार लोकदल और एक बार सपा के कब्जे में यह सीट रही है। उत्तराखंड निर्माण के बाद साल 2004 में हुए चुनाव में सपा के राजेंद्र बॉडी जीत हासिल करने में सफल रहे थे। इसके बाद साल 2009 में इस सीट पर कांग्रेस के हरीश रावत जीते थे। साल 2014 में उत्तराखंड के सीएम रहते हुए हरीश रावत के लिए जब चुनाव लड़ना मुनासिब नहीं रहा, तो उनके कोटे से उनकी पत्नी रेणुका रावत को टिकट दिया गया। भाजपा ने भी डोईवाला विधायक और पूर्व सीएम डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को मैदान में उतारा। यह चुनाव निशंक बनाम हरीश रावत रहा और जीत भाजपा के हिस्से आई। साल 2019 के लोक सभा चुनाव में भाजपा हाईकमान ने पुनः डॉ० रमेश पोखरियाल निशंक पर भरोसा जताया और वे जीतने में कामयाब रहे और केन्द्रीय मंत्री बने।

सबसे अधिक वोटर वाली सीट

हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में कुल 14 विधानसभा सीटें है। इसमें हरिद्वार जिले की 11 और देहरादून जिले की 3 विस शामिल है। जिसमे हरिद्वार (नगर), मंगलौर, लक्सर, भेल रानीपुर, रुड़की, खानपुर, झाबरेड़ा (एससी), हरिद्वार ग्रामीण, पिरान कलियर, भगवानपुर (एससी), ज्वालापुर (एससी) ऋषिकेश, डोईवाला और धर्मपुर सीट शामिल है.

हरिद्वार लोकसभा सीट प्रदेश की सबसे बड़ी सीट है। 2019 के चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार हरिद्वार सीट पर करीब 18 लाख मतदाता हैं। आंकड़ों के मुताबिक यहां पर पुरुष मतदाताओं की संख्या 8 लाख 88 हजार 328 है. जबकि महिला वोटर्स की संख्या 7 लाख 54 हजार 545 है। 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की आबादी 24 लाख 5 हजार 753 थी। यहां की लगभग 60 फीसदी आबादी गांवों में रहती है. जबकि 40 फीसदी जनसंख्या का निवास शहरों में है। इस इलाके में अनुसूचित जाति की संख्या 19.23 फीसदी है।


WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com