हरियाणा में विधानसभा चुनावों पर सोशल मीडिया की कड़ी नजर, उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई

haryana pankaj aggarwal

चंडीगढ़, 24 अगस्त: हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने कहा है कि विधानसभा चुनाव को पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए हरियाणा निर्वाचन कार्यालय और जिला प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आदर्श आचार संहिता की पालन सुनिश्चित करने के लिए सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

सोशल मीडिया पर प्रचार खर्च जोड़ा जाएगा उम्मीदवार के खाते में
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाले प्रचार सामग्री का खर्च संबंधित उम्मीदवार या पार्टी के खाते में जोड़ा जाएगा। आदर्श आचार संहिता लागू रहने तक कोई भी भ्रामक या आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित नहीं कर सकता। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

सोशल मीडिया पर विशेष टीमों की निगरानी
श्री अग्रवाल ने जानकारी दी कि यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक, व्हाट्सएप और एक्स (पूर्व में ट्विटर) जैसे प्लेटफॉर्म्स पर निगरानी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। इन टीमों द्वारा उम्मीदवारों और पार्टियों के पोस्ट और विज्ञापनों की जांच की जाएगी। यदि कोई सामग्री धर्म, जाति या समुदाय विशेष के पक्ष या विपक्ष में पाई जाती है, तो संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई होगी।

विज्ञापन से पहले लेना होगा अनुमति
सोशल मीडिया पर विज्ञापन देने से पहले एमसीएमसी (मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी) की अनुमति अनिवार्य होगी। किसी भी प्रकार के विज्ञापन का खर्चा भी निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार संबंधित उम्मीदवार या पार्टी के खाते में जोड़ा जाएगा।

मीडिया की भूमिका पर जोर
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने में मीडिया की भूमिका अहम है। उन्होंने समाचार पत्र, टीवी चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से अपील की कि वे किसी भ्रामक सामग्री का प्रसारण न करें और समाज में सौहार्द बनाए रखने में मदद करें।

हरियाणा में विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाने के लिए निर्वाचन आयोग ने सभी मोर्चों पर कड़ी तैयारियां की हैं।