हर‍ियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल का इस्तीफा, कैसे बनेगी अब नई सरकार? जानें क्या कहते हैं समीकरण

Khattar

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पूरी कैबिनेट समेत अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्यपाल से मिलकर उन्हें इस्तीफा सौंपा। यह कदम जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और बीजेपी के बीच गठबंधन टूटने के बाद उठाया गया। बताया यह भी जा रहा है कि खट्टर करनाल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं। उनसे बातचीत के लिए तरुण चुघ और अर्जुन मुंडा चंडीगढ़ रवाना हो गए हैं।

दरअसल, हरियाणा में  बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूट गया है। इसी के चलते मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे दिया। उन्होंने 12 बजे विधायकों की इमरजेंसी बैठक बुलाई थी। बताया जाता है कि  7  निर्दलीय विधायकों  ने बीजेपी को अपना समर्थन दे दिया है। वहीं, हरियाणा के पूर्व मंत्री कंवरपाल गुर्जर का दावा है कि मनोहर लाल फिर सीएम पद की शपथ लेंगे।

हरियाणा बीजेपी प्रभारी पहुंचे चंडीगढ़

बीजेपी-जजपा के रिश्तों में आई खटास के बीच हरियाणा के प्रभारी बिप्लव देव चंडीगढ़ पहुंच गए।  वहीं, जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने भी अपने विधायकों की दिल्ली में बैठक बुलाई है, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। दूसरी तरफ, बीजेपी को दोबारा सरकार गठन के लिए निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन मिलता हुआ नजर आ रहा है।

हरियाणा में सरकार गठन का क्या है पूरा गणित?

बता दें कि हरियाणा की 90 सीटों में से 41 सीटें बीजेपी के पास हैं। वहीं, जेजेपी के पास 10, कांग्रेस के पास 30, इंडियन नेशनल लोकदल के पास 10 और हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक विधायक हैं। इसके अलावा, 7 निर्दलीय विधायक हैं। सरकार गठन के लिए 46 विधायकों के जरूरत है। निर्दलीय विधायकों के समर्थन से बीजेपी आसानी से सरकार बनाती हुई नजर आ रही है। बताया जाता है कि सरकार गठन के लिए जेजेपी के पांच विधायक भी बीजेपी के संपर्क में हैं। इनमें एक केबिनेट मंत्री भी शामिल हैं।