हरियाणा विधानसभा चुनाव: BJP का बड़ा फैसला, आधे विधायकों के टिकट काटने की तैयारी, ‘सामाजिक समीकरण’ पर मंथन!

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चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा केंद्रीय नेतृत्व गुरुवार को उम्मीदवारों के नामों पर विचार करेगा। लोकसभा चुनाव में झटके के बाद, भाजपा अब विधानसभा चुनावों में सामाजिक समीकरणों को साधने में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी इस बार लगभग आधे मौजूदा विधायकों के टिकट काटने की तैयारी कर रही है। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों पर चर्चा होगी और पार्टी पहले चरण में 50 से 60 नामों का ऐलान कर सकती है।

इसके अलावा, जिन सांसदों को लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला था, उनके नामों पर भी विचार किया जा रहा है। भाजपा ने अपनी अंदरूनी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा विधायकों के टिकट काटने का निर्णय लिया है। वहीं, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल और दूसरे दलों से आए नेताओं को भी टिकट मिल सकते हैं।

हरियाणा में भाजपा के लिए यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि सत्ता विरोधी माहौल के बीच पार्टी को सामाजिक समीकरणों को साधने का दबाव है। पिछले दस साल से राज्य में सत्ता में रहने के बावजूद, भाजपा को 2019 में विधानसभा चुनाव में बहुमत नहीं मिला था। हालांकि, भाजपा ने जजपा (10 सीटें) और निर्दलीयों के समर्थन से सरकार बनाई थी।

कांग्रेस के साथ जाट ध्रुवीकरण को रोकने के लिए भाजपा ने पूर्व मंत्री किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति को पार्टी में शामिल किया। इसके अलावा, भाजपा ने गैर-जाट समुदाय को भी साधने की कोशिश की है, क्योंकि पिछले लोकसभा चुनावों में यह रणनीति पूरी तरह सफल नहीं रही थी। अब भाजपा जाट समुदाय के साथ-साथ अन्य जातियों को भी अपने साथ बनाए रखने की कोशिश कर रही है।