हरियाणा चुनाव: पूर्व IAS, IPS और रिटायर्ड जजों की टिकट की दौड़, कौन मारेगा बाजी?

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चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 25 अगस्त के बाद चुनाव की तारीखों का ऐलान संभव है। इसके साथ ही राजनीतिक हलचल बढ़ गई है, जहां कई पूर्व आईएएस, आईपीएस अधिकारी और रिटायर्ड जज चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं। ज्यादातर अधिकारी कांग्रेस का टिकट चाहते हैं, लेकिन कुछ अन्य पार्टियों से भी संपर्क में हैं।

पूर्व नौकरशाहों की सक्रियता बढ़ी
जनता के बीच सक्रियता दिखाकर ये अधिकारी और जज अपनी मजबूत पकड़ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। 2003 बैच के आईएएस विनय सिंह यादव, जो पिछले साल सितंबर में रिटायर हुए थे, कांग्रेस से नांगल चौधरी (महेंद्रगढ़) सीट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि वह क्षेत्र में पिछले कई महीनों से सक्रिय हैं और लोगों से चुनाव लड़ने को लेकर राय ले रहे हैं।

दो पूर्व नौकरशाहों की रोचक टक्कर?
नांगल चौधरी से वर्तमान बीजेपी विधायक अभय सिंह यादव भी पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। दोनों ही एक ही गांव के रहने वाले हैं। अगर ये आमने-सामने आते हैं, तो मुकाबला बेहद दिलचस्प हो सकता है।

नारनौल में बढ़ा सियासी पारा
रिटायर्ड सेशल जज राकेश यादव भी कांग्रेस से नारनौल सीट का टिकट चाहते हैं। फरवरी 2023 में रिटायर हुए राकेश यादव अहीरवाल के मुद्दे और नहर में पानी की आपूर्ति जैसे विषयों पर जोर दे रहे हैं। वह नारनौल बार असोसिएशन के अध्यक्ष और सचिव रह चुके हैं।

एक अन्य रिटायर्ड आईएएस अधिकारी, जो हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं, नारनौल से टिकट की दौड़ में हैं।

हिसार में भी घमासान
हिसार के आर्या नगर के रहने वाले चंद्र प्रकाश, जो ओबीसी वर्ग से आते हैं, कांग्रेस से नालवा सीट पर नजर गड़ाए हुए हैं। चंद्र प्रकाश भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। वहीं, आरएस वर्मा, जो आर्या नगर के ही निवासी हैं, नालवा या बारवाला सीट से किस्मत आजमाना चाहते हैं। फिलहाल वह किसी पार्टी में नहीं हैं, लेकिन बीजेपी में जाने की संभावना है।

अन्य दावेदार भी कतार में
रिटायर्ड आईपीएस सुभाष यादव कांग्रेस से अटेली सीट का टिकट मांग रहे हैं। वहीं, पूर्व आईएएस वजीर सिंह गोयात और हरियाणा सिविल सर्विस के पूर्व अधिकारी अमरजीत सिंह भी टिकट पाने की कोशिश में हैं। अमरजीत सिंह राज्यपाल के ओएसडी भी रह चुके हैं और कई पार्टियों से संपर्क में हैं।

चुनाव से पहले का माहौल
हरियाणा की राजनीति में इस बार रिटायर्ड अधिकारियों का दबदबा देखने को मिल सकता है। हालांकि, टिकट किसे मिलेगा और किसका सपना टूटेगा, यह चुनावी घोषणा के बाद ही साफ होगा।