हरियाणा चुनाव: 44 साल पुराना रिश्ता तोड़कर आप में शामिल हुए कृष्ण बजाज, थानेसर से लड़ेंगे चुनाव

बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने थामा AAP का दामन, थानेसर सीट पर बढ़ी सियासी गर्मी
कुरुक्षेत्र: हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। कुरुक्षेत्र के वरिष्ठ नेता कृष्ण बजाज, जो पिछले 44 साल से भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़े थे, ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया है। दिल्ली में आप के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता की मौजूदगी में कृष्ण बजाज ने AAP की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी ने उन्हें थानेसर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
टिकट न मिलने से नाराज होकर छोड़ी बीजेपी
कृष्ण बजाज बीजेपी के कद्दावर नेता रहे हैं और थानेसर से पार्टी की ओर से चुनाव लड़ चुके हैं। इस बार भी उन्हें टिकट की उम्मीद थी, लेकिन बीजेपी ने मौजूदा विधायक और राज्य मंत्री सुभाष सुधा पर तीसरी बार भरोसा जताया। टिकट न मिलने से नाराज बजाज ने पहले निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, लेकिन बाद में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए।
आप ने दिया मान-सम्मान का भरोसा
AAP के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने बजाज का स्वागत करते हुए उन्हें पूरा मान-सम्मान दिए जाने का भरोसा दिलाया। अब थानेसर सीट पर सियासी मुकाबला और रोचक हो गया है, जहां बीजेपी और AAP के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है।
कृष्ण बजाज का आप में शामिल होना क्यों महत्वपूर्ण?
- 44 साल तक बीजेपी से जुड़े रहने के बाद बजाज का पार्टी छोड़ना बड़ा सियासी संदेश देता है।
- थानेसर में बजाज का प्रभाव और AAP का नया दांव बीजेपी के लिए चुनौती बन सकता है।
- बजाज के इस फैसले से बीजेपी के वोट बैंक पर असर पड़ने की संभावना है।