जल संरक्षण: जल शक्ति अभियान में हरियाणा ने हासिल किया दूसरा स्थान पर
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्य सचिव श्री टीवीएसएन प्रसाद ने बताया कि राज्य ने जल शक्ति मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘जल शक्ति अभियान-2023’ में राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान हासिल किया है। यह सफलता राज्य के समर्पित प्रयासों और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता के कारण संभव हुई है।
मुख्य सचिव ने ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रेन-2024’ की समीक्षा बैठक के दौरान जानकारी दी कि राज्य में 65,000 से अधिक वर्षा जल संरक्षण संरचनाएं बनाई गई हैं और 18,104 जलाशयों की जियोटैगिंग की गई है। इनमें से 852 जलाशयों का नवीनीकरण और 1,152 जलाशयों का जीर्णोद्धार कार्य भी प्रगति पर है।
जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए, हरियाणा में करीब 70,000 प्रशिक्षण कार्यक्रम और किसान मेले आयोजित किए गए हैं, जिससे आम जनता और किसानों में जल संसाधनों के महत्व को लेकर जागरूकता फैलाई जा सके। साथ ही, सभी जिलों में जल शक्ति केंद्र स्थापित किए गए हैं और जिलेवार जल प्रबंधन योजनाएं तैयार की गई हैं।
इस अभियान के सकारात्मक प्रभाव साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं। वर्ष 2023 में राज्य के 12 जिलों में भूजल स्तर में 1.3 मीटर तक की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त, वैज्ञानिक वनीकरण की आवश्यकता को देखते हुए मुख्य सचिव ने 10 जिलों में इसे बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं, साथ ही सरकारी भवनों पर वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित करने पर भी जोर दिया है।
उन्होंने ‘जल-दूत’ अभियान को भी बढ़ावा देने का आह्वान किया और पंचायतों के बीच तालमेल स्थापित करने के लिए जरूरी कदम उठाने पर बल दिया। इसके अलावा, ‘कैच द रेन-2024’ अभियान की सफलता के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति का भी निर्देश दिया गया।
हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की अध्यक्षा, केशनी आनंद अरोड़ा ने ‘जिला जल संसाधन योजना’ (डीडब्ल्यूआरपी) तैयार करने का आह्वान किया, ताकि जल प्रबंधन को और सुदृढ़ किया जा सके।
हरियाणा का जल संरक्षण के क्षेत्र में यह योगदान राष्ट्रीय स्तर पर एक उदाहरण प्रस्तुत करता है।