हरियाणा चुनाव 2024: नूंह की पहली महिला उम्मीदवार राबिया किदवई ने तोड़ी सामाजिक वर्जनाएं, दिग्गजों को दे रहीं कड़ी चुनौती
चुनावी मैदान में बदलाव की पहल: नूंह की पहली महिला उम्मीदवार के सामने लैंगिक पूर्वाग्रह और बाहरी होने की चुनौती
हरियाणा : हरियाणा के सबसे पिछड़े जिले नूंह में राबिया किदवई पहली महिला उम्मीदवार बनकर सामाजिक बदलाव की मिसाल पेश कर रही हैं। आम आदमी पार्टी से टिकट पाने वाली राबिया के सामने स्थानीय दिग्गजों के अलावा लैंगिक भेदभाव और बाहरी होने के ठप्पे जैसी चुनौतियां हैं।
मुख्य बिंदु:
- पहली महिला उम्मीदवार: नूंह की राजनीति में राबिया ने रचा इतिहास।
- चुनौतीपूर्ण मुकाबला: कांग्रेस के आफताब अहमद और इनेलो के ताहिर हुसैन जैसे दिग्गजों से सीधी टक्कर।
- लैंगिक भेदभाव की जड़ें: नूंह की महिलाएं अब भी राजनीतिक भागीदारी में पीछे।
- राबिया का विजन: नूंह को गुरुग्राम जैसी तरक्की और शिक्षा के केंद्र में बदलने का सपना।
- राजनीतिक विरासत: पूर्व राज्यपाल अखलाक-उर-रहमान किदवई की पोती हैं राबिया।
राबिया का कहना है कि नूंह की महिलाएं उन्हें बदलाव का प्रतीक मानती हैं। 2023 के सांप्रदायिक दंगों के बाद क्षेत्र में एक नए नेतृत्व की मांग है, और राबिया इसे पूरा करने के लिए तैयार हैं।