राज्यों को गृह मंत्रालय का निर्देश, पैदल ना जाएं प्रवासी मजदूर, विशेष ट्रेनों में उनकी यात्रा करें सुनिश्चित
केंद्र ने प्रवासी मजदूरों के पैदल घर जाने की घटनाओं के मद्देनजर चिंता जाहिर की है। केंद्र ने राज्यों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि प्रवासी श्रमिक देश के विभिन्न हिस्सों से चलाई जा रही विशेष रेलगाड़ियों में यात्रा करें।
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने प्रवासी श्रमिकों के लिए अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने में उनका सहयोग मांगा।
भल्ला ने रविवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा द्वारा आयोजित एक बैठक का उल्लेख करते हुए कहा, बैठक में प्रवासी श्रमिकों की सड़कों और रेलवे पटरियों पर चलने की स्थिति को बड़ी चिंता के साथ लिया गया। उन्होंने कहा, “श्रमिकों को उनके मूल स्थान पर पहुंचाने के लिए पहले ही “बसों और ‘श्रमिक स्पेशल ट्रेनें’ चलाई जा रही हैं। ऐसे में सभी राज्य / केन्द्र शासित प्रदेश सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रवासी श्रमिक सड़क और रेलवे पटरियों पर चलने का सहारा न लें।”
श्रमिकों को समझाकर करें उनकी व्यवस्था
गृह सचिव ने कहा यदि वे ऐसी स्थिति में पाए जाते हैं, तो उन्हें उचित परामर्श दिया जाना चाहिए, पास के आश्रयों में ले जाया जाए और उन्हें भोजन, पानी आदि उपलब्ध कराया जाए, जब तक कि उनके मूल स्थानों पर जाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन या बसों में चढ़ने की सुविधा न उपलब्ध हो जाए।
अधिक ट्रेन चलाने के लिए करें रेलवे का सहयोग
इसके अलावा, भल्ला ने कहा, कैबिनेट सचिव के अनुरोध के अनुसार, सभी राज्य / केंद्रशासित प्रदेश सरकारों को अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने में रेलवे के साथ सहयोग करना चाहिए, ताकि फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों की यात्रा को तेज गति से सुविधाजनक बनाया जा सके। उन्होंने कहा, “मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि बिना किसी बाधा के सभी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रिसीव करने की अनुमति दें और फंसे हुए प्रवासी कामगारों को उनके मूल स्थानों पर तेजी से आवागमन की सुविधा प्रदान करें।”
16 श्रमिकों की ट्रेन से कटकर हुई थी मौत
पिछले सप्ताह अपने घर मध्यप्रदेश वापस जा रहे 16 श्रमिकों की औरंगाबाद में मालगाड़ी से कटकर मौत हो गई थी। इस घटना के बाद अब केंद्र ने राज्यों से सतर्कता बरतने की बात कही है।