मसूरी में हिमालयन कान्क्लेव, त्रिवेन्द्र सिंह रावत का प्रमुख एजेंडा जल संरक्षण
देहरादून मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि रविवार को मसूरी में आयोजित हो रहे हिमालयन कान्क्लेव में हिमालयी राज्यों से जुडे विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा की जायेगी। पर्यावरण संरक्षण, आपदा प्रबंधन जैसे विषयों पर भी विचार-विमर्श किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन अधिनियम एवं वन क्षेत्र की अधिकता जैसे समान ज्वलन्त समस्यायें भी इस सम्मेलन का हिस्सा रहेगी। सभी राज्यों के कॉमन एजेण्डा पर भी सम्मेलन में चर्चा होगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हिमालयी राज्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जल-संचय, जल-संरक्षण की मुहीम को भी आगे बढाएंगे। हिमालयी राज्यों के सम्मेलन में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का प्रमुख एजेंडा जल संरक्षण रहेगा। नदियों, ग्लेशियर, झीलों व जल स्त्रोतों को संरक्षित करने के साथ ही सूख चुकी नदियों व जल स्त्रोतों को पुनर्जीवित करने पर भी फोकस रहेगा। भारत की अधिकांश नदियों का स्रोत हिमालय है। इसलिए प्रधानमंत्री के जल संचय अभियान में हिमालयी राज्यों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। 11 हिमालयी राज्य किस प्रकार जल संरक्षण में केंद्र का सहयोग कर सकते हैं,