‘राहुल गांधी राजनीति के लिए फिट नहीं, उन्हें जो काम नहीं करना चाहिए वह कर रहे हैं’: हिमंत विश्व शर्मा
कांग्रेस देशभर में भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है। इस यात्रा के जरिए वह अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन वापस पाना चाहती है। लेकिन इस यात्रा के दौरान उनके पुराने साथ ही पार्टी पर सबसे ज्यादा हमलावर हो रहे हैं। इसी बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने राहुल गांधी और यात्रा पर हमला बोला है।
सीएम सरमा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्हें राजनीति के लिए अनफिट करार दिया है। राहुल गांधी की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ”उनमें व्यवस्थित गंभीरता नहीं है। वह बिना किसी जिम्मेदारी के सत्ता हासिल करना चाहते हैं। वह राजनीति के लिए उपयुक्त नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से कहा था कि वे बिना किसी सुधार के पूर्वोत्तर को खो देंगे। आपको बता दें कि सरमा 2015 में भाजपा में शामिल हुए थे। इससे पहले वह करीब दो दशक तक कांग्रेस में रहे। सरमा ने राहुल पर एक सामंती स्वामी की तरह व्यवहार करने और अहंकारी होने का भी आरोप लगाया।
‘मीटिंग छोड़कर जॉगिंग के लिए निकल जाते हैं राहुल’
सीएम सरमा ने कहा, “पहली बात यह है कि वह राजनीति के लिए फिट नहीं हैं। संभवत: उन्हें जो काम नहीं करना चाहिए, वह कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कभी-कभी बीच-बीच में मीटिंग छोड़कर जॉगिंग के लिए चले जाते हैं या फिर अचानक अगले कमरे में जाकर आधे घंटे के बाद आते हैं। उनमें कोई व्यवस्थित गंभीरता नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार और अमेठी से हार के लिए नैतिक जिम्मेदारी ली थी और अध्यक्ष पद छोड़ दिया था, लेकिन उन्होंने पार्टी के महत्वपूर्ण फैसले लेना जारी रखा है।
‘राहुल गांधी जवाबदेही के बिना सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं’
सरमा ने कहा, ”राहुल गांधी ने नैतिक जिम्मेदारी ली है कि पार्टी मेरे नेतृत्व में लोकसभा चुनाव हार गई, इसलिए मैं अध्यक्ष नहीं बनूंगा। लेकिन आज पार्टी कौन चला रहा है। भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कौन कर रहा है? पूरी पार्टी किसके पीछे दौड़ रही है? इसका मतलब है कि आप जवाबदेही के बिना सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं। लोकतंत्र में जब कोई संसदीय जवाबदेही के बिना, पार्टी की जवाबदेही के बिना, लोगों की जवाबदेही के बिना सत्ता का आनंद लेना चाहता है तो यह सबसे खतरनाक बात है।” उन्होंने कहा, “आप कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हैं लेकिन आप सभी फैसले लेते हैं। अगर आप कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हैं, चुनाव हारने के बाद नैतिक जिम्मेदारी ली है, तो पूरी पार्टी अब आपके पीछे क्यों है।”