September 22, 2024

हाॅर्स ट्रेडिंग 2016ः हरदा पर सीबीआई जांच से बीजेपी पर आंच

देहरादून। जिस प्रकार से भाजपा ने बडे पैमाने पर सीबीआई की जांच से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की छबि को धूमिल करने का काम किया है। आज एक बार फिर हरदा पर सीबीआई की जांच से बीजेपी पर भी आंच आ गयी है। अब स्वय इस प्रकरण में बीजेपी के कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के स्टिंगबाज साथी उमेश कुमान भी सीबीआई की रडार पर है। सीबीआई ने हरीश रावत के साथ साथ डाॅ हरक सिंह रावत और उमेश कुमार के खिलाफ भी मुकदा दर्ज कर कार्यवाही की तैयारी कर दी है। जिससे साफ है कि आने वाले दिनों में राज्य के कैबिनेट मंत्री डाॅ हर सिंह रावत मुसीबद में पड सकते है।। और इसका असर बीजेपी संगठन पर भी पडेगा।

सीबीआई ने कहा, हरक व उमेश ने रची थी साजिश

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग का जिन्न आखिरकार तीन साल सात महीने बाद बाहर आ गया। सीबीआई ने इस मामले में पूर्व सीएम हरीश के साथ ही कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और स्टिंग करने वाले एक चैनल के सीईओ उमेश कुमार के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। इससे इन सभी की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है। सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में साफ उल्लेख किया है कि हरक और उमेश ने ही हरीश रावत के स्टिंग की साजिश रची थी। बुधवार को सीबीआई नई दिल्ली के डिप्टी एसपी सोनल चंद्र ने यह मुकदमा दर्ज कराया है। रिपोर्ट में सीबीआई ने कहा कि 18 मार्च, 2016 को विधानसभा में बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के असंतुष्ट विधायक भाजपा विधायकों के साथ देहरादून छोड़कर एक चार्टेड प्लाइट से गुड़गांव शिफ्ट हो गए। 

समाचार प्लस के सीईओ उमेश कुमार भ्रष्टाचार का केस दर्ज

इसके बाद उमेश शर्मा देहरादून एयरपोर्ट के वीआईपी लॉंज में हरीश रावत से मिले और उनके साथ हुई बातचीत अपने मोबाइल फ़ोन से रिकॉर्ड कर ली. सीबीआई की एफ़आईआर में इसके बाद 23 मार्च, 2016 को रिकॉर्ड किए गए वीडियो का ब्यौरा है.सीबीआई के अनुसार इस वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और समाचार प्लस के सीईओ उमेश कुमार और अन्य अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मुक़दमा दर्ज किया जा रहा है.

सीबीआई जांच की आंच में बीजेपी, प्रदेश अध्यक्ष अजट भटृट भी संकट में

सीबीआई की ओर से राज्य के कैबिनेट मंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष व नैनीताल सांसद अजट भटृट के करीबी समाचार प्लस के सीईओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने से बीजेपी भी बैक फुट पर है। बीजेपी शुरू से ही उमेश कुमार को लेकर संजीदा रही है। खासकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और उमेश कुमार की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है। यहा तक कि स्टिंग प्रकरण के बाद राज्य में अजय भटृट को स्टिंगबाज के जरिये राज्य का मुख्यमंत्री प्रचारित किया गया था। इतना ही नहीं अजय भटृट उन दिनों उत्तराखंड में कम और समाचार प्लस के कार्यालय में ज्यादा देखे जाते थे। जिससे साफ है कि आने वाले दिनों में अगर उमेश कुमार ने राज उगला तो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को भी संकट का सामना करना पड सकता है। सूत्रों की माने तो जिस प्रकार डाॅ हर सिंह रावत ने हरीश रावत सरकार गिराने के लिए कूट रचना कि उस में भटृट भी शामिल थे।

डिप्टी सीएम की डिमांड की थी हरक ने

सीबीआई ने रिपोर्ट में कहा कि हरक ने सीधे-सीधे उमेश को बताया कि वे हरीश रावत से उप मुख्यमंत्री, दो विभाग और कैश की मांग रखे। इस रणनीति पर काम करते हुए उमेश ने 23 मार्च, 2016 को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर हरीश से मुलाकात की और बातचीत का अंश मोबाइल से रिकार्ड भी कर लिया। सीबीआई ने कहा कि बातचीत के विश्लेषण से पता चलता है कि उमेश ने हरीश के पहुंचने से पहले हरक सिंह से फोन पर बात की और उन्हें बताया कि वे उनकी बात हरीश भी कराएंगे।

उमेश ने 10 करोड़ खुद जुटाने का किया वादा

रिपोर्ट के मुताबिक उमेश ने हरीश से कहा कि वे 10 करोड़ दिल्ली में जुटा लेंगे और पांच करोड़ का इंतजाम दिल्ली में आप करा लो। इसके बाद उमेश ने हरक से बात की और कहा कि मोटी-मोटी बात हो गई है और मैं खुद आकर बाकी बातें बताता हूं। इसके बाद उमेश ने फिर हरक की बात हरीश से कराई। जिस पर हरीश रावत ने कहा कि तुम तो मुझे सस्ते में निपटा रहे हो। यह भी कहा कि मैं तो छोटे भाई की तरह से सभी कुछ तुम्हें देकर जाना चाहता था। मैं तो दसियों लोगों से कहता था कि उससे ज्यादा नजदीक मेरा कोई नहीं लेकिन ये तो सस्ती बात है।

हरक, मदन बिष्ट की सीडी पर भी नजर

पूर्व सीएम हरीश रावत के स्टिंग के कुछ ही समय बाद एक और स्टिंग ने उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया था। ये स्टिंग कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के दिल्ली स्थित आवास पर हुआ था। जहां स्टिंग में हरक सिंह रावत की पूर्व विधायक मदन सिंह बिष्ट के साथ हुई बात को रिकॉर्ड किया गया था। इस बातचीत में दोनों नेता 18 मार्च को कांग्रेस सरकार के गिरने के बाद हुए घटनाक्रम को लेकर चर्चा करते नजर आ रहे थे।

कांग्रेस के तीसरे बड़े नेता पर केंद्रीय एजेंसी का शिकंजा

दो महीने के भीतर देश में कांग्रेस के तीसरे बड़े नेता पर केंद्रीय एजेंसियों ने शिकंजा कसा है। पहले पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर सीबीआई और ईडी ने शिकंजा कसा। इसी के साथ कर्नाटक कांग्रेस के बड़े नेता डीके शिवकुमार पर भी ईडी ने कार्रवाई की थी। इस बीच अब सीबीआई ने कांग्रेस महासचिव हरीश रावत पर मुकदमा दर्ज कर कांग्रेस की मुश्किलों को बढ़ा दिया है।


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