रेवाड़ी में बांग्लादेशी और रोहिंग्या की पहचान शुरू, अवैध गतिविधियों पर लगेगा लगाम एक महीने के विशेष अभियान से जिले में अवैध रहवासियों पर पुलिस की कड़ी नजर
हरियाणा डेस्क: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या शरणार्थियों की पहचान के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। पुलिस अधीक्षक गौरव राजपुरोहित के निर्देश पर 12 दिसंबर से एक महीने का विशेष जांच अभियान शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य जिले में बढ़ते अपराध और नशे की तस्करी जैसी समस्याओं पर लगाम लगाना है, जिनमें अवैध प्रवासियों की संलिप्तता होने की आशंका है।
जांच अभियान की प्रक्रिया:
थाना प्रभारी विद्यासागर ने बताया कि झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले रोहिंग्या और बांग्लादेशी लोगों के पहचान पत्र, वोटिंग कार्ड और अन्य दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है। किसी की अवैधता पाई जाती है तो उनके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह अभियान 12 जनवरी तक चलेगा।
क्यों उठाया गया यह कदम?
रेवाड़ी में अवैध रूप से रह रहे लोगों को अपराध और नशे के कारोबार से जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस का मानना है कि इनकी पहचान और निर्वासन से जिले में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी और अपराध पर अंकुश लगेगा।