भारत को एक और बड़ी कामयाबी, बैलिस्टिक मिसाइल ‘प्रलय’ का परीक्षण सफल, 500 किमी तक तबाह कर सकती है टारगेट
रक्षा के क्षेत्र में भारत ने आज एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। भारत ने बुधवार को ओडिशा के तट से सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल प्रलय का सफल परीक्षण किया है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन के मुताबिक यह मिसाइल 150 किमी से 500 किमी तक के टारगेट को आसानी से तबाह कर सकती है। यह अपने साथ 1000 किलोग्राम वजन तक विस्फोटक ढोने की क्षमता रखता है।
Today India successfully testfired the Pralay surface to surface ballistic missile which can strike targets from 150 to 500 kms: DRDO officials pic.twitter.com/d1rSsYCzg6
— ANI (@ANI) December 22, 2021
DRDO द्वारा विकसित यह ठोस-ईंधन, बैटलफील्ड मिसाइल भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के पृथ्वी डिफेंस व्हीकल पर आधारित है। इस मिसाइल को इस तरह से बनाया गया है कि यह दूसरे शॉर्ट रेंज बैलेस्टिक मिसाइलों की तुलना में ज्यादा घातक है। यह अपने हमले को सटीक निशाने के साथ-साथ ध्वस्त करने में पूरी तरह कामयाब होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफलता के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को बधाई दी है।
Today India successfully testfired the Pralay surface to surface ballistic missile which can strike targets from 150 to 500 kms: DRDO officials pic.twitter.com/L7pYs62wDu
— ANI (@ANI) December 22, 2021
बताया जा रहा है कि इस मिसाइल को विकसित करने की बात 2015 से हो रही थी। डीआरडीओ ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में बैलेस्टिक मिसाइल प्रलय का जिक्र किया था। इस मिसाइल की सटीकता इसे चीन की बैलेस्टिक मिसाइलों का सामने में पूरी तरह सक्षम बनाती है। इसे जमीन के साथ-साथ कनस्टर से भी दागा जा सकता है। प्रलय मिसाइल दूसरे शॉर्ट रेंज बैलेस्टिक मिसाइलों की तुलना में ज्यादा घातक बताई जा रही है।
इससे पहले परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का भारत ने शनिवार को सफल परीक्षण किया था। दो हजार किलोमीटर तक की मार करने में सक्षम इस नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल का टेस्ट ओडिशा के बालासोर में किया गया। इस मिसाइल को भी डेवेलप डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने ही किया था।