September 22, 2024

हिंद महासागर में चीन-पाक को मात देगा भारत, छह नई परमाणु पनडुब्बियों को करेगा शामिल

चीन और पाकिस्तान की ओर से हिंद महासागर क्षेत्र में लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए भारतीय नौसेना ने अपनी रक्षा तैयारियों को तेज कर दिया है। नौसेना की ताकत में इजाफा करने के लिए भारत छह परमाणु शक्ति चलित पनडुब्बियों को नौसेना में शामिल करने की तैयारी कर रहा है। 1.2 लाख करोड़ के इस सौदे को जल्द ही सरकार की तरफ से मंजूरी दी जा सकती है।

 इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस परियोजना में नौसेना के लिए परमाणु शक्ति से संपन्न छह पनडुब्बियों को बनाया जाएगा। जो पारंपरिक हथियारों जैसे तारपीडो और मिसाइलों से लैस होगी। अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि इन पनडुब्बियों से परमाणु मिसाइलें दागी जाएंगी या नहीं। 

नौसेना डिजाइन निदेशालय को सहयोग देगा डीआरडीओ

सूत्रों के अनुसार, अगर सबकुछ पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार चलता रहा तब अगले 10 सालों में ये पनडुब्बियां भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएंगी। इस परियोजना के प्रारंभिक डिजाइन वाले चरण को सफलतापूर्वक पूर्ण किया जा चुका है। डीआरडीओ के सहयोग से नौसेना डिजाइन निदेशालय अब इन पनडुब्बियों की जटिल और विस्तृत डिजाइन को तैयार करने की तैयारी कर रहा है।

2015 में मोदी सरकार ने इस परियोजना को दी थी मंजूरी

साल 2015 में मोदी सरकार ने भारतीय नौसेना के लिए लंबित परियोजना को आगे बढ़ाते हुए छह परमाणु शक्ति चलित अटैक पनडुब्बियों (एसएसएन) के निर्माण को मंजूरी दी थी। इन पनडुब्बियों को  विशाखापत्तनम में शिप बिल्डिंग सेंटर में बनाया जाएगा। हालांकि यहां पहले से ही अरिहंत क्लास की एक अन्य पनडुब्बी को बनाया जा रहा है। 

दो परमाणु शक्ति समेत 15 पनडुब्बियों का संचालन कर रही नौसेना

पनडुब्बी INS खंडेरी

भारतीय नौसेना इस समय कुल 15 पनडुब्बियों का संचालन कर रही है जिसमें आईएनएस अरिहंत और आईएनएस चक्र परमाणु शक्ति संचालित हैं। आईएनएस चक्र को रूस से 10 साल की लीज पर लिया गया है जबकि अरिहंत का निर्माण भारत में ही किया गया है। ये दोनों पनडुब्बियां परमाणु मिसाइल हमले को अंजाम दे सकती हैं।

इस परियोजना में भारत को अरिहंत के निर्माण से जुड़े अनुभव काम आएंगे। एसएसएन श्रेणी की ये पनडुब्बियां ज्यादा गहराई तक गोता लगाने में सक्षम होंगी। जबकि इनके सोनार और रडार पहले की तुलना में ज्यादा एडवांस होंगे। उर्जा को पैदा करने के लिए इन पनडुब्बियों में नवीन तकनीकी वाले परमाणु रिएक्टर लगाए जाएंगे।

वर्तमान में ये पनडुब्बियां भारतीय नौसेना में हैं कार्यरत

पनडुब्बी

पनडुब्बीकमीशन की तिथिश्रेणी
आईएनएस अरिहंत (परमाणु)अगस्त 2016अरिहंत क्लास
आईएनएस चक्र (परमाणु)4 अप्रैल 2012अकूला क्लास
आईएनएस कलवारी14 दिसंबर 2017स्कार्पियन क्लास
आईएनएस सिंधुघोष30 अप्रैल 1986किलो क्लास डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस सिंधुराज20 अक्टूबर 1987किलो क्लास डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस सिंधुवीर26 अगस्त 1988किलो क्लास डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस सिंधुरत्न22 दिसंबर 1988किलो क्लास डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस सिंधुकेसरी16 फरवरी 1989किलो क्लास डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस सिंधुकीर्ति4 जनवरी 1990किलो क्लास डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस सिंधुविजय8 मार्च 1991किलो क्लास डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस सिंधुशस्त्र19 जुलाई 2000किलो क्लास डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस शिशुमार22 सितंबर 1986टाइप 1500 डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस संकुश20 नवंबर 1986टाइप 1500 डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस शल्की7 फरवरी 1992टाइप 1500 डीजल इलेक्ट्रिक
आईएनएस संकुल28 मई 1994टाइप 1500 डीजल इलेक्ट्रिक


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