प्रधानमंत्री मोदी बोले- साइंस के क्षेत्र में भारत तेजी से विश्व के टॉप देशों में शामिल हो रहा है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि आज का भारत जिस साइंटिफिक अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है, हम उसके नतीजे भी देख रहे हैं। साइंस के क्षेत्र में भारत तेजी से विश्व के टॉप देशों में शामिल हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत स्टार्टअप्स में शीर्ष 3 देशों में शामिल है। 2015 तक हम 130 देशों के ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 81वें स्थान पर थे, लेकिन 2022 में हम 40वें स्थान पर पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विज्ञान को भारत को आत्मनिर्भर बनाना चाहिए।
Today India is among the top 3 nations in startups. Till 2015 we were at 81st place in the Global Innovation Index of 130 countries, but in 2022 we have reached 40th place: PM Modi at the 108th Indian Science Congress pic.twitter.com/iuIsygcFxL
— ANI (@ANI) January 3, 2023
पीएम मोदी बोले- अगले 25 साल में भारत जिस ऊंचाई पर होगा…
पीएम मोदी ने कहा कि विज्ञान की कोशिशें तभी रंग ला सकती हैं जब वे लैब से जमीन पर जाएं। 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किए जाने के साथ ही भारत के बाजरा और उनके उपयोग को विज्ञान के उपयोग से और बेहतर बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में भारत जिस ऊंचाई पर होगा, उसमें भारत की वैज्ञानिक शक्ति की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी। साइंस में पैशन के साथ जब देश की सेवा का संकल्प जुड़ जाता है तो नतीजे भी अभूतपूर्व आते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भारत में हमारे पास दो चीजें बहुतायत में हैं। पहली- जानकारी और दूसरा- तकनीक है। उन्होंने कहा कि ये भारत के विज्ञान को नई ऊंचाईयों तक ले जा सकते हैं। डेटा विश्लेषण तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह जानकारी को अंतर्दृष्टि और विश्लेषण को क्रियाशील ज्ञान में बदलने में मदद करता है।
विज्ञान के क्षेत्र में भारत ने टॉप 10 देशों में अपना स्थान बनाया: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में भारत ने विश्व के शीर्ष 10 देशों में अपना स्थान बना लिया है। 2015 तक 130 देशों में भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 81वें स्थान पर था। 2022 में, हम 40वें स्थान पर पहुंच गए हैं। पीएचडी और स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत शीर्ष तीन देशों में शामिल है।
उन्होंने कहा कि इस बार भारतीय विज्ञान कांग्रेस की थीम भी एक ऐसा विषय है जिसकी दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। विश्व का भविष्य सस्टेनेबल डेवलमेंट के साथ ही सुरक्षित है। आपने सस्टेनेबल डेवलमेंट के विषय को वुमन इम्पावरमेंट के साथ जोड़ा है। महिलाओं की बढ़ती भागीदारी समाज और विज्ञान की प्रगति का प्रतिबिंब है।
पीएम मोदी बोले- साइंस और रिसर्च को नई गति दें, यह हमारा लक्ष्य है
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश की सोच केवल यह नहीं है कि साइंस के ज़रिए वुमन इम्पावरमेंट करें, बल्कि वुमन की भागीदारी से साइंस का भी इम्पावरमेंट करें। साइंस और रिसर्च को नई गति दें, यह हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि विज्ञान के प्रयास महत्वपूर्ण उपलब्धियों में तभी बदल सकते हैं जब वे ‘प्रयोगशाला से जमीन’ तक पहुंचें और जब उनका प्रभाव ‘वैश्विक स्तर से जमीनी स्तर’ तक हो।
पीएम मोदी ने कहा कि अभी भारत को G-20 अध्यक्षता की जिम्मेदारी मिली है। G-20 के प्रमुख विषयों में भी वुमन लीड डेवलपमेंट एक बड़ी प्राथमिकता का विषय है। बीते 8 वर्षों में भारत ने गवर्नेंस से लेकर सोसाइटी और इकोनॉमिक तक इस दिशा में कई ऐसे असाधारण काम किए हैं, जिनकी आज चर्चा हो रही है। पिछले 8 वर्षों में एक्सट्रा मोरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट में महिलाओं की भागीदारी दोगुनी हुई है। महिलाओं की ये बढ़ती भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि समाज भी आगे बढ़ रहा है और साइंस भी आगे बढ़ रही है।
भारत में साइंस, देश को आत्मनिर्भर बनाने वाली होनी चाहिए: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए, भारत में साइंस का विकास, हमारे वैज्ञानिक समुदाय की मूल प्रेरणा होनी चाहिए। भारत में साइंस, भारत को आत्मनिर्भर बनाने वाली होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें उन विषयों पर काम करने की जरूरत है जो संपूर्ण मानवता और भारत की बढ़ती जरूरतों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यदि वैज्ञानिक समुदाय ऊर्जा आवश्यकताओं के नवाचार की दिशा में काम करता है, तो इससे देश को मदद मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के अनुरोध पर, संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को ‘अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष’ घोषित किया। वाकई यह देश के लिए गर्व की बात है। हम भारतीय बाजरा को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर सकते हैं।