September 22, 2024

राजस्थान में जेल का खाना खाने के लिए भागदौड़ कर रहे नेता, अफसरों की भी लगती है लाइन…पर क्यों ?

पोसमपा खेल में आपने एक लाइन होती है जिसमें खेलते हुए बोलते हैं ‘अब तो जेल में आना पड़ेगा, जेल की रोटी खानी पड़ेगी’ जहां बचपन में समझा जाता था कि जेल की रोटी कैदी बनने के बाद ही नसीब होती है लेकिन ऐसा नहीं है. राजस्थान की जेलों में कैदियों के अलावा भी कई लोग जेल में बना खाना खाते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि इसके पीछे क्या वजह हो सकती है. दरअसल, कुंडली में जेल योग होने पर जेल की रोटी खाने का चलन इन दिनों बढ़ रहा है जहां अफसर से लेकर नेता और बिजनेसमैन जेल का चून खा रहे हैं.

माना जा रहा है कि इसके पीछे एक टोटका काम करता है जिसके मुताबिक जेल की सलाखों से बचने के लिए आपको जेल में बना खााना खाना होगा. भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश की कई जेलों में सलाखों से बचने के लिए लोग जेल से खााना मंगवाकर खा रहे हैं.

आंकड़ों में देखें तो प्रदेश में हर साल करीब 200 नेता, अफसर, बिल्डर और कारोबारी जेल में खाना खाने के लिए चक्कर काट रहे हैं. इन लोगों के जेल का खाना खाने के पीछे बताया गया है कि इन्हें किसी ज्योतिष ने बताया है कि इनकी कुंडली में जेल का योग है ऐसे में उस योग को काटने के लिए जेल की रोटी खाने का दावा किया गया है.

कई नेता खाने पहुंचते हैं खाना

रिपोर्ट के मुताबिक जेल में बंदियों के बयान लेने आने वाले पुलिस अफसर भी जेल में बनी रोटी खाते हैं ताकि जल्दी उनका जेल योग टल जाए. वहीं जयपुर के एक ज्योतिषाचार्य दामोदर प्रसाद का दावा है कि जेल का खाना खाने की सलाह 50 फीसदी तक काम करती है और वह हर महीने करीब 4 लोगों को यह उपाय सुझाते हैं.

वहीं जयपुर जेल के अधिकारियों का कहना है कि कई नेता भी जेल योग काटने का कहते हुए यहां का खाना खाने आते हैं. वहीं बीते दिनों से जेल की रोटी खाने का चलन बढ़ा है जहां कई बिजनैसमेन भी यहां पहुंचने लगे हैं.

लोगों में फैला टोटका का भ्रम

वहीं बीकानेर जेल के अधीक्षक आर अनंतेश्वर का कहना है कि लोग ज्योतिष की सलाह पर यहां खाना खाने आते हैं ऐसे में हम उन्हें रोटी खाने देते हैं जहां वह जेल में आकर खाने के लिए कूपन लेते हैं और यहां बैठकर या कहीं बाहर जाकर खाना खाते हैं.


WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com