अभी-अभी: यूपी के बाहुबली विधायक प्रकरण पर केदारनाथ विधायक ने कसा तंज, कहा जिसका मामा “श्रीकृष्ण” उसको क्या कमी

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केदारनाथ। उत्तरप्रदेश के विधायक अमनमणि त्रिपाठी व उनके रिस्तेदारों को भगवान बदरीनाथ धाम और श्री केदारनाथ धाम जाने की अनुमित के मामले ने तूल पकडना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के केदारनाथ से विधाकय मनोज रावत ने इस मामले में त्रिवेन्द्र सरकार व उनके नौकरशाह पर तंज कसते हुए कहा कि श्री केदारनाथ जी और श्री बदरीनाथ जी के रावलों से ऊँपर और स्थानीय विधायकों (केदारनाथ, गंगोत्री व यमनोत्री ) से अधिक इन धामों हेतु विशेषाधिकार प्राप्त ,स्वच्छ और निर्मल खानदान के उत्तर प्रदेश के माननीय विधायक श्री अमनमणि त्रिपाठी जी को व उत्तराखंड में इन पवित्र आत्माओं को पितृ कार्य हेतु भेजने वाले नौकरशाह को नमन , बंदन और अभिनंदन ।

आगे मनोज रावत कहते है कि आज आपके खाते में उत्तराखंड की महिमा बड़ाने का एक और कारनामा जुड़ गया है। खैर चिन्ता मत कीजिये पहाड़ी में एक कहावत है, “जिसका मामा श्रीकृष्ण उसको क्या कमी” । मनोज रावत ने कहा कि हमारे इन नाचीज पत्रों से आपका कुछ नही बिगड़ेगा । बल्कि आपको तरक्की मिलेगी कि , आपने एक सुसंस्कारी पार्टी के धर्मनिष्ठ मेहमान विधायक को उत्तराखंड की छाती पर मूंग दल कर, कागजों में गिरफ्तारी दिखा कर सुरक्षित अपने राज्य जाने का इंतजाम किया।

इसके साथ ही विधायक मनोज रावत ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव व ग्रह सचिव भारत सरकार को पत्र लिखकर लाॅकडाउन की याद दिलायी है। मनोज रावत ने कहा कि यह सम तमाशा सरकार की सह पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक नौकशाह ने कैसे 9 लोगों को इन पवित्र धाम जाने की अनुमति देदी। जबकि वह रेडजाॅन से ग्रीन जाॅन में परवेश कर रहे थे। विधायक मनोज रावत ने मुख्य सचिव से अनुरोध किया है कि लाॅकडान का पालन न करने वाले विधायक व उसके साथियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाये।