करन माहरा ने रायपुर महाअधिवेशन को किया सम्बोधित, कहा- मिलकर लड़नी होगी लड़ाई

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित कांग्रेस के 85वें महा अधिवेशन के दूसरे दिन उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने महाधिवेशन के मंच से वहां मौजूद कांग्रेसजनो को संबोधित किया।

अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि आज एक सम्मेलन के द्वारा बहुत सारे प्रस्तावों को हम सभी के बीच में लाया गया है, उसके लिए सम्मानित नेता गणों को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। आज की लड़ाई बहुत ही महत्वपूर्ण लड़ाई है और उस साजिश को तोड़ने का एक बड़ा काम करने की जरूरत कांग्रेस को है।

यहां साजिश शुरू हुई थी आजादी की लड़ाई से जब ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ का नारा लेकर कांग्रेस के साथी देश की आजादी को प्राप्त करने की कोशिश कर रहे थे वहीं आरएसएस और उससे संबंधित सारे संगठन ‘भारत छोड़ो अभियान’ का विरोध कर रहे थे और भारत की आजादी के बाद अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व में भारत के उन गरीब, मजलूम और पिछड़े लोगों को जो कांग्रेस के परंपरागत वोटर्स थे उनकी रीढ़ और आर्थिकी को तोड़ने का काम आरएसएस और उनके लोगों द्वारा किया गया।

सबसे पहला काम उन्होंने भारत के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नौकरी समाप्त करने का काम किया। अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने कांग्रेस की वोटर्स की आर्थिकी को खराब करने का काम किया। अब ना कोई ड्राइवर बन सकता है, ना चपरासी बन सकता है।

उन्होंने गरीब के बच्चे की रोटी छीनने से लेकर उसकी नौकरी छीनने की साजिश की है। ‘ओल्ड पेंशन स्कीम’ को खत्म करने का काम भी अटल बिहारी की सरकार ने शुरू किया। यह दो ऐसे काम थे जिसमें भारत की आर्थिक व्यवस्था को चरमराने का काम किया। जब कर्मचारी रिटायर हो कर घर आता है जब उन लोगों को सर्वाधिक संभालने की जरूरत होती जब उसकी बेटी की शादी होती है, उसको मकान की जरूरत होती है, उसकी पेंशन को खत्म करने का काम भाजपा सरकार ने किया।

उन्होंने कहा कि आज के दौर में अजीब सा माहौल देश में ला दिया है। एक तरफ याद आते है पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की। जिन्होंने अटल बिहारी वाजपेई जी के जब तबीयत खराब हुई उन्हें इलाज के लिए विदेश भेजने का काम किया और उसमें भी उनके सम्मान की रक्षा करते हुए उन्हें डेलिगेशन के अध्यक्ष के रूप में विदेश भेजा। दूसरी और आज के युग में जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस महाअधिवेशन होने वाला था तब चार दिन पहले ही छत्तीसगढ़ में ईडी द्वारा छापे मार दिए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर हमारे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन खेड़ा को जहाज से उतार लिया जाता है। ऐसी लड़ाई आज देश में चल रही है। हम सबको मिलकर इस लड़ाई को मिलकर लड़ना है।