कांग्रेस भ्रष्टाचार का प्रतीक बन गई है:अमित शाह
अमित शाह ने लिंगायत और वीरशैव लिंगायत मुद्दे को लेकर यह साफ कर दिया है कि उन्हें अलग धर्म का दर्जा केंद्र सरकार नहीं देने वाली है। अमित शाह ने कहा कि लिंगायत समुदाय के सभी महंतों का यह कहना है कि समुदाय को बंटने नहीं देना है। मैं इस बात का भरोसा दिलाता हूं कि ऐसा नहीं होगा। जब तक भाजपा की सरकार है किसी भी तरह का बंटवारा नहीं होगा। हम इसको लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने इसे बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनने से रोकने की साजिश बताया है। बता दें कि राज्य में 12 मई को विधानसभा चुनाव हैं। नतीजे 15 मई को घोषित किए जाएंगे।
अमित शाह ने वीरशैव लिंगायत के महंतों से कहा कि लिंगायत समुदाय को धार्मिक अल्पसंख्यक का दर्जा देने की राज्य सरकार की सिफारिश को केंद्र सरकार नहीं मानेगी। वहीं, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा देने के सुझाव को सिद्धारमैया सरकार की मंजूरी पर कहा कि यह येदियुरप्पा जी को कर्नाटक का सीएम बनने से रोकने की रणनीति है। वे लिंगायत वोटों का धुव्रीकरण चाहते हैं, लेकिन समुदाय इसे लेकर जागरुक है। चुनाव के बाद भाजपा अपना रुख स्पष्ट करेगी।
साथ ही अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार का प्रतीक बन गई है। बता दें कि कल यानी अपनी यात्रा के पहले दिन उन्होंने लिंगायत मठों का दौरे किया साथ ही चित्रदुर्ग में करीब 43 मिनट तक प्रभावशाली दलित मठ शरना मधरा गुरु पीठ के महंत मधरा चेन्नैया स्वामीजी से मुलाकात की थी।
अमित शाह और राहुल गांधी के विमान की हुई तलाशी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रमुख अमित शाह के विशेष विमानों के उत्तर कर्नाटक में हुबली हवाईअड्डा पर उतरने के बाद मंगलवार (3 अप्रैल) को अधिकारियों ने इन विमानों की तलाशी ली। कर्नाटक में 12 मई को होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार के सिलसिले में ये दोनों नेता कर्नाटक आये थे।
तलाशी अभियान में जिला स्तर के तीन अधिकारी शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक में मुक्त एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के मद्देनजर निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार यह अभियान चलाया गया। धारवाड़ जिला के उपायुक्त एस बी बोम्मनाहल्ली ने बताया कि आयोग (निर्वाचन) के नोडल अधिकारी करपले के नेतृत्व में टीम ने आकस्मिक तलाशी ली। राहुल गांधी एवं अमित शाह जिन विमानों से पहुंचे, हमने उनकी तलाशी ली। इसके पीछे कोई नीहित मंशा नहीं थी।
शाह एवं राहुल नयी दिल्ली से अलग अलग विमानों से हुबली हवाई अड्डा पहुंचे थे। उनके पहुंचते ही चुनाव नोडल अधिकारी करपले एवं हीरे गौड़ा तथा योगानंद के नेतृत्व में टीम ने उनके विमानों की तलाशी ली और चुनाव आचारसंहिता के संभावित उल्लंघन की जांच की। तलाश अभियान पूरा होने के बाद गौड़ा ने संवाददाताओं को बताया कि हमें उनके सामान में कुछ नहीं मिला। शाह के साथ दो और लोग थे। हमने उनके नामों की जांच नहीं की।