कर्नाटक में छात्र को ‘कसाब’ कहने पर भारी बवाल, प्रोफेसर की एंट्री पर रोक, जानें क्या है पूरा विवाद
कर्नाटक के उडुपी में MIT के एक प्रोफेसर ने छात्र को कथित तौर पर आतंकी कसाब के नाम से बुलाया. छात्र ने प्रोफेसर के कथित आपत्तिजनक बर्ताव पर आपत्ति जताई. छात्र के विरोध करने पर प्रोफेसर ने बाकी छात्र के सामने ‘सॉरी’ बोला. इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
करीब 45 सेकेंड का वीडियो ‘छात्र के विरोध जताने’ वाले हिस्से से शुरू होता है. वीडियो में ‘कसाब’ नाम नहीं सुनाई दे रहा है लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूछे जाने पर स्टूडेंट ने जब अपना नाम बताया तो टीचर के मुंह से निकला, ”Oh, you are like Kasab (ओह, तुम कसाब की तरह हो)”.
‘कसाब’ वही, जिसने 14 साल पहले मुंबई की धरती को रक्तरंजित किया था. पाकिस्तान समर्थित खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकी हमला किया था जो चार दिनों तक सिलसिलेवार तरीके से जारी रहा था और 166 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी. 10 आतंकियों में से मोहम्मद अजमल आमिर कसाब इकलौता जिंदा पकड़ा गया आतंकी था, जिसे 21 नवंबर 2012 को महाराष्ट्र के पुणे की यरवदा जेल में फांसी दे दी गई थी.
वीडियो वायरल होने पर MIT ने लिया संज्ञान
ऐसे ‘आतंकी’ के नाम से बुलाए जाने पर छात्र व्यथित हो गया और टीचर से पूछा कि क्या वह अपने बेटे को किसी आतंकी के नाम से बुला सकते हैं? वायरल वीडियो वाली घटना कुछ दिन पहले की है लेकिन संस्थान ने सोमवार (28 नवंबर) को मामले पर स्वत: संज्ञान लिया और प्रोफेसर के खिलाफ आंतरिक जांच पूरी होने तक क्लास लेने से मना कर दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्र और उसके घरवालों की ओर से पुलिस या कॉलेज में मामले को लेकर लिखित में शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.
जिन प्रोफेसर पर छात्र को आतंकी के नाम से बुलाने का आरोप लगा है, वह MIT के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर हैं. वीडियो में छात्र को प्रोफेसर का विरोध करते देखा जा रहा है. इस दौरान बाकी छात्र शांत बैठे दिखाई देते हैं. वहीं, प्रोफेसर अपने कथन को ‘मजाक में कही बात’ ठहराते हुए दिखते हैं.
वीडियो में दिख रहा छात्र कहता है, ”26/11 मजाक नहीं था, इस देश में मुसलमान होना और हर दिन इस तरह की बातों का सबका सामना मजाक नहीं है.” छात्र के यह कहने पर प्रोफेसर सॉरी बोलते हैं. छात्र कहता है, ”सॉरी से यह नहीं बदलता कि आप कैसे सोचते हैं और अपने आपको यहां कैसा दिखाते हैं.” वीडियो की शुरुआत में छात्र ‘अपमानजनक ढंग से की गई बात’ का जिक्र करता हुआ दिखता है.
वीडियो के मुताबिक छात्र और प्रोफेसर की बीच बातचीत कुछ इस तरह है-
- छात्र- …(अस्पष्ट) इतने अपमानजनक तरीके से.
- प्रोफेसर- तुम बिल्कुल मेरे बच्चे की तरह हो.
- छात्र- नहीं, अगर मेरे पिता यह कहते तो मैं उनकी बात भी नहीं मानता. (बैकग्राउंड से हंसने की आवाज आती है.)
- प्रोफेसर- यह मजाक की बात है.
- छात्र- नहीं, यह नहीं है सर, 26/11 मजाक नहीं था… (अस्पष्ट).. इस देश में मुसलमान होना और हर दिन इस तरह की बातों का सबका सामना मजाक नहीं है.
- प्रोफेसर- तुम बिल्कुल मेरे बेटे जैसे हो.
- छात्र- नहीं-नहीं, क्या आप अपने बेटे से इस तरह बात करेंगे? क्या आप उसे एक आतंकवादी के नाम से बुलाएंगे?
- प्रोफेसर- नहीं.
- छात्र- खल्लास. कक्षा में इतने सारे लोगों के सामने आप मुझे उस तरह कैसे बुला सकते हैं?
- प्रोफेसर- सॉरी, मैंने कहा…
- छात्र- आप पेशेवर हैं, आप पढ़ा रहे हैं, आप मुझे उस तरह नहीं बुला सकते हैं.
- प्रोफेसर- सॉरी, मैंने कहा….
- छात्र- सॉरी से यह नहीं बदल जाता है कि आप कैसे सोचते हैं और अपने आपको कैसा दिखाते हैं.
A Professor in a class room in India calling a Muslim student ‘terrorist’ – This is what it has been to be a minority in India! https://t.co/EjE7uFbsSi
— Ashok (@ashoswai) November 27, 2022
MAHE के कुलपति ने यह कहा
मामले में जांच की घोषणा करते हुए एमआईटी ने प्रोफेसर की कथित टिप्पणी को लेकर बयान में कहा कि संस्थान इस तरह के बर्ताव की निंदा नहीं करता है और इस अलग तरह के मामले से निर्धारित नीति के तहत निपटाया जाएगा.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी (MAHE) के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) एम डी वेंकटेश ने कहा, ”जब इस तरह का गंभीर आरोप लगता है तो हमें सावधान रहना पड़ता है. यह एक कठिन परिस्थिति है. अभी जांच कमेटी गठित की गई है और नतीजा एक-दो दिन में सामने आ जाएगा. हमें निष्पक्ष और पारदर्शी होना होगा. हम रिपोर्ट का इंतजार करेंगे. फिलहाल, छात्र और शिक्षक दोनों की रक्षा करना अहम है. इसलिए जांच पूरी होने तक उन्हें (प्रोफेसर को) कक्षा नहीं लेने देने का फैसला किया गया है.”
आरोपी प्रोफेसर ने क्या कहा
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, प्रोफेसर से संपर्क किए जाने पर उन्होंने दावा किया, ”मैंने कहा था कि ‘कैसे हो’ (How are you), उसने गलत सुन लिया. अगले दिन सब सामान्य हो गया था और फिर से उसी कक्षा में उन्हीं छात्रों को पढ़ाया था.”
‘सॉरी’ के बारे में पूछे जाने पर प्रोफेसर ने कहा, ”उसे लगा कि यह गलत था… मुझे आपको उत्तर नहीं देना चाहिए, केवल पुलिस को बताना चाहिए, अगर वह पूछती है तो. मैं ऐसे सवालों पर सहज नहीं हूं क्योंकि इससे (कैंपस का) सद्भाव प्रभावित हो रहा है.”
छात्र के घरवालों की क्या प्रतिक्रिया
खबर लिखे जाने तक मामले को लेकर संबंधित छात्र का मीडिया में बयान नहीं आया था. MAHE मैनेजमेंट के मुताबिक, घटना पिछले दो हफ्ते के दौरान किसी वक्त हुई थी. छात्र ने प्रोफेसर के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है. सूत्रों के मुताबिक, छात्र और उसके माता-पिता से बात की गई है. वे आगे कोई शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहते हैं और न ही कार्रवाई चाहते हैं लेकिन मणिपाल के पास ऐसे बर्ताव से निपटने के लिए सख्त ‘नो-टॉलरेंस पॉलिसी’ है.
MIT का बयान
एमआईटी ने बयान में कहा है, ”संस्थान, कैंपस के रूप में सबसे बड़ी विविधता होने के नाते खुद पर गर्व करता है और जाति, धर्म, क्षेत्र, लिंग आदि के बावजूद सभी के साथ समान व्यवहार करने के हमारे संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.”
वायरल वीडियो पर यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
वायरल वीडियो को लेकर कई यूजर्स की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, जिनमें से कई लोग गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. एंडी नाम के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया, ”टीचर पर लानत है! लड़के को सलाम.. जिसने उनकी जघन्य टिपप्णी का सामना किया.”
क्रिप्टो मंत्रा नाम के यूजर ने लिखा, ”साथी छात्र मुस्कुरा रहे हैं, प्रोफेसर को नहीं रोक रहे हैं, हम अभूतपूर्व स्तर तक नीचे आ गए हैं.” वीडियो को स्वीडन की एक संस्था के प्रोफेसर Ashok Swain ने शेयर किया था. उन्होंने लिखा, ”भारत में क्लास में एक प्रोफेसर ने मुस्लिम छात्र को ‘आतंकवादी’ कहा – भारत में अल्पसंख्यक होने का मतलब यही रहा है.” खबर लिखे जाने तक वीडियो को करीब 27 लाख बार देखा जा चुका था.