कठुआ गैंगरेप: आरोपियों के बचाव में उतरे बीजेपी मंत्रियों से डिप्टी सीएम ने मांगी सफाई
जम्मू और कश्मीर के कठुआ में 8 साल की बच्ची के साथ बर्बरता की हदें पार करने वाले आरोपियों के खिलाफ देशभर में गुस्सा है। सोशल मीडिया पर लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। गुरुवार रात को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कठुआ की निर्भया के लिए इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला जिसमें कई बड़े नेता सहित प्रियंका गांधी ने भी हिस्सा लिया। वहीं विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने भी पीड़िता के लिए न्याय की मांग की लेकिन उन्हें अपनी ही पार्टी से कोई समर्थन नहीं मिला। उन्होंने लिखा था- हम इंसान के तौर पर नाकाम हो गए हैं आशिफा लेकिन उसे न्याय जरूर मिलेगा।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने अपने दो भाजपा नेताओं और सरकार में मंत्री लाल सिंह और चंदर प्रकाश गंगा को सफाई देने के लिए बुलाया था। दोनों ही नेताओं ने इस बात से साफ इंकार किया कि उन्होंने सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने का काम किया है। दोनों ने मामले के आरोपियों का बचाव करते हुए कहा था कि उन्हें परिस्थितिवश इस तरह चित्रित किया जा रहा है। सिंह और गंगा ने 4 मार्च को इस मामले में हिंदू एकता मंच द्वारा बुलाई गई रैली में कथित तौर पर एक हिंदू की गिरफ्तारी का विरोध किया था। उन्होंने क्राइम ब्रांच और जम्मू और कश्मीर पुलिस द्वारा दायर की गई चार्जशीट को जंगल राज करार दिया था।
वहीं सीएम महबूबा मुफ्ती का कहना है कि उनकी सरकार नाबालिगों का बलात्कार करने वालों को मौत की सजा देने का कानून बनाएगी। उन्होंने ट्वीट किया- हम इस तरह किसी दूसरे बच्चे को पीड़ित नहीं बनने देंगे। मुकदमे के लिए राज्य सरकार ने दो विशेष सरकारी वकील नियुक्त किए है जो सिख हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस गैंगरेप की सोशल मीडिया पर आलोचना की। गुरुवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए उन्होंने कहा कि कोई कैसे इन अपराधियों को बचा सकता है।
उन्होंने ट्वीट किया- इस तरह का अपराध करने वालों को कोई कैसे बचा सकता है? कठुआ में आशिफा के साथ जो हुआ वह मानवता के खिलाफ अपराध है और यह बिना दंडित हुए नहीं रह सकता। हम क्या बन गए हैं अगर हम राजनीति को इस तरह की अकल्पनीय क्रूरता के साथ हस्तक्षेप करने दें वो भी एक मासूम बच्चे पर? इस मामले पर भाजपा सांसद और मध्यप्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान आरोपियों के पक्ष में पूरी तरह से उतर आए। वहीं जम्मू बार एसोसिएशन ने आरोपियों को निर्दोष करार दिया है।