किसान आंदोलन: एक बजे कृषि मंत्री से मिलेंगे किसान नेता, अमित शाह के घर बड़ी बैठक
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन 19वें दिन भी जारी है। आज किसान एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। ऐसे में एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि दोपहर एक बजे कृषि मंत्री से किसान नेता मिलेंगे। उससे पहले 11:30 बजे अमित शाह के घर बड़ी बैठक बुलाई गई है, जिसमें कृषि मंत्री भी हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, हरियाणा युवा किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष और पूर्व विधायक नरेश यादव की अगुवाई में आज किसान नेताओं की कृषि मंत्री से मुलाकात होगी, जिसमें ताजा कृषि कानूनों पर चर्चा की जाएगी।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की उपस्थिति में रविवार को पंजाब भाजपा नेताओं के साथ किसानों के मुद्दों पर चर्चा की। शाह के आवास पर लगभग 40 मिनट की बैठक में पंजाब की स्थिति और आने वाले दिनों में किसानों के प्रदर्शन को तेज करने की योजना से निपटने के कदमों पर भी चर्चा हुई। बैठक में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश भी मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि नेताओं ने आंदोलन को संभालने के लिए एक नई रणनीति तैयार की, जोकि दिल्ली और हरियाणा के साथ उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले पांच बॉर्डरों को बंद करने के कारण राष्ट्रीय राजधानी को आपूर्ति को प्रभावित कर रहा है।
किसान आंदोलन की बड़ी खबरें:
33 किसान नेता हरियाणा-दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर भूख हड़ताल कर रहे हैं, जो प्रमुख विरोध स्थलों में से एक है। भूख हड़ताल किसानों की उनके आंदोलन को तेज करने की योजना का एक हिस्सा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह किसानों के साथ उपवास करेंगे। केजरीवाल ने आज सुबह ट्वीट किया, “आप जहां भी हैं, कृपया हमारे किसान भाइयों के लिए उपवास करें। भगवान से प्रार्थना करें कि वे संघर्ष के रूप में सफल हों। अंत में, वे जीतेंगे।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विपक्ष पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ दुष्प्रचार चलाने का आरोप लगाया। केंद्रीय मंत्री ने किसानों के साथ कई दौर की बातचीत की। उन्होंने कहा कि जब सुधार किए जाएंगे तो इससे किसानों को लंबे समय में फायदा होगा।
भारतीय किसान यूनियन द्वारा सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को एक याचिका दायर की गई, जिसमें कानूनों को रद्द करने की मांग की गई थी। शीर्ष अदालत पहले ही कानूनों को चुनौती देने वाली याचिकाओं के एक बैच पर केंद्र को नोटिस जारी कर चुकी है।
कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल सरकार को विरोध प्रदर्शन से निपटने के लिए आलोचना कर रहे हैं। नवंबर के अंत से हजारों किसान दिल्ली के बाहरी इलाके में डेरा डाले हुए हैं।