किसानों ने सरकार पर बढ़ाया दवाब, 8 जनवरी की बैठक से पहले कल निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च
किसान आंदोलन को लेकर सरकार और किसानों के बीच टकराव लगातार जारी है। किसानों के आंदोलन का आज 41वां दिन है। आगे की रणनीति पर किसानों की आज दोपहर 2 बजे बैठक होगी। कल 6 घंटे चली बैठक में सरकार और किसानों के बीच कोई नतीजा नहीं निकल सका। किसान कानून वापसी की मांग पर अड़े हुए हैं। बैठक में MSP को कानूनी रूप देने के मुद्दे पर भी सहमति नहीं बनी। अब अगली बैठक 8 जनवरी को होगी। किसान संगठनों ने साफ किया सरकार पहले तीनों कानूनों को वापस ले। MSP पर बाद में बात करेंगे।
इन सबके बीच 6 जनवरी यानि कल किसानों ने पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर मार्च निकालने का एलान किया है। जिसे देखते हुए यूपी सरकार पूरी तरह चौकन्नी हो गई है। किसानों के ट्रैक्टर मार्च के एलान के बाद पश्चिमी यूपी के 17 जिलों में ग्राउंड जीरो पर सीनियर अधिकारियों को तैनात किया है। जिससे किसी भी अनहोनी को रोका जा सके। खास तौर पर मेरठ जोन और बरेली जोन के सभी जिले में डीआईजी से लेकर एडीजी स्तर तक के अधिकारियों को भेजा गया है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच अबतक आठ दौर की बैठक हो चुकी है, लेकिन इस मसले का अबतक कोई समाधान नहीं निकल सका है। सोमवार को सरकार और किसानों के बीच आठवें दौर की बैठक हुई लेकिन इस बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया।किसान जहां अभी भी तीनों कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं, वहीं सरकार भी कानूनों को वापस लेने के लिए तैयार नहीं है। अब अगले दौर की बैठक 8 जनवरी को 2 बजे होगी।
आठवें दौर की बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि ‘मुझे उम्मीद है कि हमारी अगली बैठक के दौरान हम एक सार्थक चर्चा करेंगे और हम एक निष्कर्ष पर पहुंचेंगे। साथ ही कृषि मंत्री ने कहा, हम चाहते थे कि किसान यूनियनें तीन कानूनों पर चर्चा करें। किसान यूनियन कानूनों के निरस्त की अपनी मांगों पर अड़े रहे।