लालकुआं: बेरोजगार युवाओं पर लाठीचार्ज के खिलाफ आइसा ने भाजपा सरकार का पुतला किया दहन
लालकुआं। देहरादून में बेरोजगार युवाओं के ऊपर बर्बर लाठीचार्ज व दमन उत्पीड़न के विरोध में छात्र संगठन आइसा की लालकुआं इकाई ने तहसील परिसर लालकुआं के सामने उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार का पुतला फूंका और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के इस्तीफे और सभी घोटालों की जांच और लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की गई।
इस दौरान छात्र संगठन आइसा के संयोजक धीरज कुमार ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार रोजगार देने के मामले में पहले से ही पीछे है। जो थोड़े बहुत पदों में भर्तियां हो रही है वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जा रही है। और जब युवा इस भ्रष्टाचार के विरोध में अपनी आवाज को उठा रहा है तो राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन हिटलर जैसा व्यवहार करके उन पर लाठीचार्ज कर रहा है, युवाओं का दमन उत्पीड़न किया जा रहा है आवाज उठाने से भी रोका जा रहा है यहां तक कि राष्ट्रीय चैनल में बात रखते हुए युवा को भी पुलिस उठा ले जा रही है। ऐसा लग रहा है जैसे लोकतंत्र नहीं बल्कि तानाशाही के राज में हम जी रहे हैं। युवा बेरोजगार एक छोटी सी ही मांग कर रहे हैं कि भर्तियों की सीबीआई जांच की जाए लेकिन ना तो केंद्र सरकार और ना ही राज्य सरकार सुन रही है। उल्टा युवाओं पर लाठियां भांजी जा रही है।”
इस दौरान भाकपा (माले) जिला सचिव डा. कैलाश पांडेय ने कहा कि, “भाजपा की प्रदेश सरकार हर मामले में असफल साबित हुई है और प्रदेश में दर्जनों भर्ती घोटाले होने के बावजूद केंद्र सरकार अपनी ही राज्य सरकार की वाहवाही करने में लगी हुई है। जिससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार केंद्र सरकार के ही नक्शे कदम पर चल रही है। केंद्र और प्रदेश हर जगह सरकारी पदों को धीरे-धीरे समाप्त किया जा रहा है। बेरोजगारी चरम पर है और इसके बावजूद सरकार कह रही है कि हम अमृत काल में जी रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार को ऐसा कहते हुए शर्म आनी चाहिए। घोटालेबाजों को सरंक्षण देने वाले और बेरोजगारों पर लाठीचार्ज करने वाले प्रदेश के मुखिया पुष्कर धामी को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं रह गया है।”
पुतला दहन करने वालों में धीरज कुमार, दिव्या पनेरु, विकास सक्सेना, कमल जोशी, ललित मटियाली, पवन, राज चौहान, गणेश भट्ट, गोविंद जीना, भुवन जोशी, कमल जोशी, डा. कैलाश पाण्डेय, संजय आदि मौजूद रहे।