नेता प्रतिपक्ष प्रीतम ने भाजपा पर लगाया संसदीय परम्पराओं को रौंदने का आरोप
देहरादून। उत्तराखण्ड में सूचना आयुक्तों की नियुक्त मामला राजनीतिक रंग लेना लगा है। प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने प्रदेश सरकार पर सूचना आयुक्तों की नियुक्ति के मामले में संसदीय परम्पराओं को रौदने का आरोप लगाया है। उन्होंने का कहा कि नेता प्रतिपक्ष के नाते सूचना आयुक्त के नियुक्ति के फैसले पर भाजपा सरकार ने उनसे कोई मशविरा नहीं लिया और बहुमत के आधार पर नियुक्ति कर दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल की भूमिका भी इस मामले में संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सांविधानिक संस्थाओं में भी अपना कब्जा जमा लिया है।
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने आरोप लगाया कि बैठक में सीएम पुष्कर सिंह धामी पर नियुक्ति की परम्परा को ध्वस्त करने का कार्य किया है। कमेटी के सदस्य के रूप में उनकी राय नहीं ली गई है। और बहुमत के आधार पर यह फैसला कर लिया गया। और नेता विपक्ष के नाते इस फैसले में सम्मिलित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि संसदीय परम्परा को पैरो तले रौदना भाजपा का शगल बन गया है।
आपको बता दे कि बुधवार को उत्तराखण्ड के राज्यपाल ने मुख्य सूचना आयुक्त अनिल चन्द्र पुनेठा और सूचना आयुक्त विवेक शर्मा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।