शिवराज का रिकॉर्ड, बिना कैबिनेट के सबसे ज्यादा समय तक सरकार चलाने वाले मुख्यमंत्री
मध्य प्रदेश की सियासत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक के बाद एक रिकॉर्ड अपने नाम करते जा रहे हैं. इसी के साथ शिवराज ने अब सर्वाधिक समय तक बगैर कैबिनेट के मुख्यमंत्री रहने का इतिहास भी अपने नाम कर लिया है. मुख्यमंत्री की शपथ लिए हुए आज शिवराज सिंह को 26 दिन पूरे हो गए हैं लेकिन जिस तरह के हालात हैं, ऐसे में कैबिनेट गठन की उम्मीद लॉकडाउन खत्म होने के बाद ही लग रही है.
हालांकि, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी 25 दिन तक बिना कैबिनेट की सरकार चलाई थी और 26वें दिन उन्होंने अपने मंत्रिमंडल का गठन किया था. वहीं, मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते सीएम शिवराज सिंह ने अभी तक कैबिनेट गठन नहीं किया है और आज शुक्रवार शाम तक नहीं करते हैं तो देश में पहले मुख्यमंत्री हो जाएंगे जिन्होंने इतने लंबे समय तक बिना मंत्रिमंडल के सरकार चलाया हो.
बता दें कि कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार अल्पमत में आते ही सत्ता से बेदखल हो गई थी. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने 23 मार्च की शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसी के अगले ही दिन 24 मार्च को प्रधानमंत्री ने 21 दिनों के लिए देशभर में लॉकडाउन का एलान कर दिया था, जिसके चलते शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का गठन नहीं कर पाए.
माना जा रहा था कि देश में जब 14 अप्रैल को लॉकडाउन खुलेगा तो मध्य प्रदेश में कैबिनेट गठन की इबारत लिखी जाएगी. लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए पीएम मोदी ने लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है. ऐसे में अब शिवराज सिंह को अपनी टीम बनाने के लिए 3 मई तक के लिए इंतजार करना होगा. शिवराज सिंह चौहान इस संकट काल में अकेले ही किला बचाते नजर आ रहे हैं.
हालांकि, कोरोना संक्रमण के कहर के बीच शिवराज सिंह चौहान के बिना स्वास्थ्य मंत्री के सरकार चलाने पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है. कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से लेकर दिग्विजय सिंह तक बिना कैबिनेट के सरकार चलाने पर सवाल खड़े कर चुके हैं. वहीं, सांसद विवेक तन्खा ने तो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक चिट्ठी लिखकर कहा कि मध्यप्रदेश में वन मैन शो है. मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री तक नहीं हैं. ऐसे में कोरोना से निपटने के लिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए.
कर्नाटक के दो CM ने कैबिनेट गठन में की देरी
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान से पहले कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के ठीक 26वें दिन अपनी कैबिनेट गठित की थी. येदियुरप्पा ने 26 जुलाई 2019 को शपथ ली और कैबिनेट का गठन 20 अगस्त 2019 को किया था. इसी तरह से कर्नाटक में कांग्रेस जेडीएस गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के कुर्सी पर बैठने के 14 दिन बाद कैबिनेट का गठन कर सके थे. कुमारस्वामी ने 23 मई 2019 को शपथ ली और छह जून को मंत्रिमंडल बनाया था.
केसीआर ने 68वें दिन किया था कैबिनेट का गठन
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव का मामला काफी दिलचस्प है. उन्होंने 68 दिनों तक कैबिनेट में महज दो ही मंत्री रखकर सरकार चलाई थी. खुद केसीआर मुख्यमंत्री थे और गृहमंत्री के तौर महमूद अली. ऐसे ही झारखंड में हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल का पेंच भी लंबे समय तक उलझा रहा, लेकिन उनके साथ तीन मंत्रियों ने शपथ ले रखी थी.