प्रदेश में माफियाराज, राजभवन खामोशः जनसंघर्ष मोर्चा
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) गुरमीत सिंह पर सरकार के साथ कदमताल करने का सीधा आरोप लगाया है। मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने बीते दिन एलबीएस प्रशासनिक अकादमी में राज्यपाल के दिए भाषण पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या राज्यपाल अपने कर्तव्य और दायित्व का निर्वहन ईमानदारी से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में माफियाराज कायम है लेकिन इस पर राजभवन खामोश है।
अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि बीते दिन राज्यपाल गुरमीत सिंह ने एलबीएस प्रशासनिक अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में कर्तव्य, दायित्व एवं जिम्मेदारी को लेकर बहुत बड़ा भाषण दिया और कहा कि हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। मोर्चा राज्यपाल से पूछना चाहता है कि क्या आप अपनी जिम्मेदारी कर्तव्य एवं दायित्व का निर्वहन ईमानदारी से कर रहे हैं?
नेगी ने कहा कि जिस वक्त राज्यपाल के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि) गुरमीत सिंह की ताजपोशी हुई, उस समय आमजन को लगा कि एक फौजी ने प्रदेश की कमान अपने हाथ में ली है। लेकिन जनता की उम्मीद उस वक्त दम तोड़ गई,जब गवर्नर साहब सरकार के साथ कदमताल करने लगे।
नेगी ने कहा कि राजभवन की लापरवाही एवं निकम्मेपन की वजह से माफियाओं, दलालों ने अधिकारियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। जिसका परिणाम यह हुआ कि माफिय अपने मनमाफिक नियम विरुद्ध तक के काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी और आमजन के छोटे-मोटे जायज कामों पर भी अधिकारी आपत्तियों पर आपत्तियां लगाकर पत्रावलियों को कूड़े का ढेर बना रहे हैं।यहां तक कि अधिकारी आमजन की पत्रावलियों को पढ़ने/ समझने तक को तैयार नहीं हैं। बिना सुविधा शुल्क चुकाए फाइल एक इंच भी आगे नहीं सरक रही। नेगी ने कहा कि प्रदेश के हितों की कोई चिंता करने वाला नहीं है तथा आमजन अपने छोटे-मोटे कामों के लिए दर दर की की ठोकरें खा रहा है, लेकिन इसके बावजूद उसको इंसाफ नहीं मिल रहा।
नेगी ने कहा कि इन दलालों ने अधिकारियों में इतनी गहरी पैठ बना ली है कि अधिकारी आज सरकार की भी सुनने को तैयार नहीं। आज हालात यह हैं कि प्रदेश की दुर्दशा पर राजभवन तमासबीन बना बैठा है।