एनसीपी नेता नवाब मलिक से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ पर सियासत तेज,एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस ने बदले की कार्रवाई बताया
महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ पर सियासत तेज हो गई है। एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस ने इसे बदले की कार्रवाई बताया है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि आने वाले दिनों में मैं सभी खुलासे करने जा रहा हूं। इसके लिए मुझे कितनी भी बड़ी कीमत क्यों ना चुकानी पड़े। मैं एक-एक अफसर को एक्सपोज करूंगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को जिस तरह से ईडी के लोग उनके घर में जाकर लेकर गए हैं, यह महाराष्ट्र सरकार के लिए चुनौती है। पुराने मामलों को निकालकर सबकी जांच हो रही है। आप जांच कर सकते हैं। 2024 के बाद आप की भी जांच होगी।
Nawab Malik is a sr leader & Maharashtra's cabinet minister. The way in which he was taken from his home by ED is a challenge to Maharashtra Govt. A minister is taken away by central agencies by coming to our state. After 2024, you'll be probed too. Keep this in mind: Sanjay Raut pic.twitter.com/hVAd56DPfT
— ANI (@ANI) February 23, 2022
वहीं पूरे मामले में एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि पिछले कई दिनों से बीजेपी के लोग ट्वीट कर रहे थे कि नवाब मलिक और महा विकास अघाड़ी के खिलाफ ईडी का नोटिस आएगा। बिना किसी नोटिस के वे उन्हें सीधे ईडी कार्यालय ले गए। पता नहीं उन्होंने कौन सी नई राजनीति शुरू की है। यह महाराष्ट्र का अपमान है।
For many days people of BJP were tweeting that ED notice will come against Nawab Malik and Maha Vikas Aghadi. They directly took him to the ED office without any notice. I don't know what new type of politics they have started. It's an insult to Maharashtra: NCP MP Supriya Sule pic.twitter.com/W4cVeLD8I0
— ANI (@ANI) February 23, 2022
वहीं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि नवाब मलिक को बिना किसी पूर्व सूचना के पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय ले जाया गया है। उन्होंने पिछले कुछ दिनों में बीजेपी नेताओं का पर्दाफाश किया था, इसलिए अब बदला लिया जा रहा है।
आपको बता दें कि आज सुबह प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी नवाब मलिक के घर पहुंची और मुंबई अंडरवर्ल्ड से जुड़े मनी लॉंन्ड्रिंग के एक मामले में उनसे पूछताछ की। इसके बाद ईडी के अधिकारी आगे की पूछताछ के लिए उन्हें मुंबई स्थित अपने दफ्तर ले गई है।
दरअसल ईडी ने 15 फरवरी को मुंबई में अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों, संपत्ति की अवैध रूप से कथित खरीद-फरोख्त और हवाला लेनदेन के संबंध में छापेमारी की थी। ईडी ने 10 स्थानों पर छापेमारी की थी जिसमें 1993 के बम धमाके के मुख्य साजिशकर्ता दाऊद इब्राहिम की दिवंगत बहन हसीना पार्कर, भाई इकबाल कासकर और छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट के परिसर शमिल था। इकबाल कासकर पहले से जेल में है जिसे एजेंसी ने पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था। ईडी ने पार्कर के बेटे से भी पूछताछ की थी।