मनीष की पत्नी ने कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी में ओएसडी पद पर की ज्वाइनिंग, मामले में आरोपी 2 पुलिसवाले गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत हो गई थी. अब मनीष की पत्नी मीनाक्षी को सरकारी नौकरी मिल गई है. कानपुर में मंगलवार को मीनाक्षी ने कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी में ओएसडी पद पर नौकरी ज्वाइन की है.
गोरखपुर में पुलिसकर्मियों ने मनीष की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इस पर विपक्ष ने काफी हंगामा मचा दिया था. इसके बाद सीएम योगी ने कानपुर में मीनाक्षी से मुलाकात कर 40 लाख की आर्थिक सहायता और केडीए में ओएडी की नौकरी देने का वादा किया था. इसी के साथ मनीष का केश कानपुर एसआईटी को ट्रांसफर किया था.
15 दिनों के अंदर हुई ज्वाइनिंग
Meenakshi Gupta, widow of Manish Gupta who died during a police raid at hotel in Gorakhpur last month, joined as OSD in Kanpur Development Authority yesterday. Govt had promised to give her a job.
"The case should be transferred to Kanpur from Gorakhpur," she said. pic.twitter.com/73eXrF3x24
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 12, 2021
मनीष की मौत के 15 दिनों के अंदर पत्नी मीनाक्षी को केडीए में ओएसडी के पद पर ज्वाइनिंग भी हो गई है. नौकरी ज्वाइन करते समय मीनाक्षी, पति को याद करके अपने आसुओं को रोक नहीं पाई. ज्वाइनिंग के दौरान मीनाक्षी के भाई सौरभ और रंजीत सिंह भी मौजूद थे.
मीनाक्षी ने इस मौके पर कहा कि सीएम साहब अब मेरी इतनी मदद और कर दें कि केस का ट्रायल गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर कर दें. वहीं मनीष गुप्ता की हत्या के आरोपी सब इंस्पेक्टर राहुल दुबे और कांस्टेबल प्रशांत कुमार को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अब तक मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इससे पहले रविवार को पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
दो आरोपी पहले किए गए गिरफ्तार
इंस्पेक्टर जेएन सिंह और एसआई अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था. दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित था. दोनों को गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया. इसके बाद आरोपियों को कानपुर एसआईटी को सौंप दिया गया. कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दोस्तों के साथ गोरखपुर के एक होटल में ठहरे हुए थे. पुलिसकर्मी उनके कमरे में दाखिल हुए. इसके बाद मनीष के साथ मारपीट की गई. घटना में मनीष की हत्या हो गई. इस मामले में गोरखपुर के 6 पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया है. घटना के बाद सभी आऱोपी फरार हो गए थे.