बीजेपी को चुनौती देंगी मायावती, डटकर होगा मुकाबला, बनेगी खास रणनीति, इसे माना घातक
यूपी में निकाय चुनाव के परिणामों से बीजेपी के विरोधियों को बड़ा झटका लगा है. आगामी लोकसभा चुनाव से पहले इस चुनाव परिणाम को समेफाइनल के तौर पर देखा जा रहा था. लेकिन चुनाव के नतीजों ने बीजेपी को बड़ी राहत दी है. वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी और बीएसपी ने हार के बाद चिंतन शुरू कर दी है. इसी क्रम में बीएसपी चीफ मायावती ने एक बड़ा बैठक बुलाई है. इस संबंध में उन्होंने खुद जानकारी दी.
बीएसपी प्रमुख ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, “यूपी में सत्ताधारी पार्टी द्वारा जनविरोधी नीतियों, गलत कार्यकलापों आदि कमियों का चुनाव पर प्रभाव कम करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग, इनका द्वेषपूर्ण, दमनकारी व्यवहार एवं धर्म का राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल अति-गंभीर व अति-चिन्ताजनक, जो लोकतंत्र के लिए घातक.”
1. यूपी में सत्ताधारी पार्टी द्वारा जनविरोधी नीतियों, गलत कार्यकलापों आदि कमियों का चुनाव पर प्रभाव कम करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग, इनका द्वेषपूर्ण, दमनकारी व्यवहार एवं धर्म का राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल अति-गंभीर व अति-चिन्ताजनक, जो लोकतंत्र के लिए घातक।
— Mayawati (@Mayawati) May 17, 2023
मायावती ने आगे कहा, “इन घोर जनविरोधी चुनौतियों का डटकर मुकाबला करने हेतु ठोस रणनीति बनाकर उसके हिसाब से आगे खासकर लोकसभा आम चुनाव के लिए अभी से ही तैयारी में जुट जाने के लिए यूपी स्टेट के सभी छोटे-बड़े पदाधिकारियों, मण्डल व ज़िला अध्यक्षों आदि की लखनऊ में कल विशेष बैठक.” हालांकि पार्टी की ये बैठक निकाय चुनाव के नतीजों को देखते हुए तय की गई थी. जिसकी पुष्टी खुद पार्टी प्रमुख ने कर दी है.
इन वजह से हो रहा मंथन
दरअसल, निकाय चुनाव के दौरान मेयर की सभी सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. पार्टी ने नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों के चुनाव में भी जीत दर्ज की. इस चुनाव के रिजल्ट ने विरोधियों में खलबली मचा दी है. विरोधियों के चुनाव परिणाम को लेकर किए गए कई बड़े दावे फेल साबित हुए हैं. जिसके बाद बीजेपी के विपक्ष दलों ने मंथन शुरू कर दी है.
इसी क्रम में बीएसपी की ये बैठक लखनऊ में गुरुवार को होगी. इस बैठक में पार्टी के सभी छोटे-बडे़ पदाधिकारी, मंडल और जिला अध्यक्षों को बुलाया गया है. सूत्रों की मानें तो बैठक में आगामी चुनाव को लेकर कई बड़े फैसले होने की