झारखंड: मसानजोर डैम पर सियासत तेज, विपक्ष ने लुईस मरांडी को घेरा
मसानजोर डैम पर झारखंड और बंगाल के बीच बढ़ रहे तनाव के बीच स्थानीय सियासत तेज हो गई है। इस मुद्दे पर पं.बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सीधी चुनौती देने वाली झारखंड की मंत्री डॉ.लुईस मरांडी को अपने ही राज्य के विपक्षी नेताओं ने घेरना शुरू कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने मंत्री पर निशाना साधा है।
दो दिन पूर्व झारखंड की कल्याण मंत्री डॉ.लुईस मरांडी ने मसानजोर डैम पर झारखंड का दावा करते हुए कहा था कि जो भी मसानजोर डैम की तरफ देखेगा, उसकी आंखें निकाल लेंगे। डैम परिसर की दीवारों पर नीला रंग करने और वेलकम गेट में झारखंड सरकार की जगह प.बंगाल सरकार का लोगो होने को लेकर यह विवाद शुरू हुआ था।
डॉ.लुईस मरांडी के बयान और नक्सलियों को छह इंच छोटा करने वाले डीजीपी के बयान को एक साथ जोड़कर नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया है कि यह लोकतांत्रिक सरकार है कि तालिबानी। डर और हार के सारे लक्षण इस सरकार में देखने को मिल रहे हैं। इधर, जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा है कि मंत्री के बयान से झारखंड और पं.बंगाल के लोगों के बीच तनाव होगा, जिससे संताल परगना के जिलों से मजदूरी करने बंगाल जाने वाले गरीब प्रभावित होंगे।
पं.बंगाल में भी हो रही प्रतिक्रिया : मंत्री डॉ.लुईस मरांडी के बयान पर पं.बंगाल में भी तीखी प्रतिक्रिया हुई है। अभी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान सामने नहीं आया है पर बंगाल के सिंचाई मंत्री सोमेन महापात्र ने कहा है कि मसानजोर डैम का रखरखाव और मरम्मत बंगाल सरकार करती रही है। उसके काम में बाधा डालने का अधिकार किसी को नहीं है। वीरभूम के जिलाधिकारी ने दुमका जिला प्रशासन से वार्ता के लिए अधिकारियों की एक टीम बनायी है। यह टीम बुधवार को दुमका डीसी से मिलने वाली है।