विवादों में विधायक उमेश, मुश्किलें बढ़ीं
– दल-बदल कानून के तहत विधानसभा में शिकायत
– कल से हाईकोर्ट में भी हलफनामे को लेकर होगी प्रतिदिन सुनवाई
गुणानंद जखमोला
देहरादून। खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार इन दिनों में पूरे प्रदेश की राजनीतिक बहस का केंद्र बने हुए हैं। विधायक बनते ही उन्होंने अपने बेटे का जन्मदिन मुख्यमंत्री धामी के बेटे के साथ मनाया तो उनके सीएम धामी से निकटता और उनकी राजनीतिक मजबूती का संदेश जनता में गया। इस धारणा को पिछले दिनों तक और बल मिला जब महाराष्ट्र के गर्वनर भगत सिंह कोश्यारी प्रोटोकॉल को दरकिनार करते हुए विधायक उमेश के घर जा पहुंचे।
इस बीच अचानक ही हवा का रुख कुछ बदलता नजर आ रहा है। खानपुर विधानसभा क्षेत्र से एक उम्मीदवार रवींद्र पनियाला ने विधानसभा स्पीकर को शिकायत की है कि निर्दलीय विधायक उमेश ने दल-बदल कानून का उल्लंघन किया है। शिकायत में कहा गया है कि उमेश ने नियमों के विपरीत 9 अप्रैल को अपनी एक पार्टी बना दी है और यह दल-बदल कानून के तहत है। ऐसे में उनकी सदस्यता निरस्त होनी चाहिए। इस शिकायत पर सचिवालय ने संज्ञान लिया है और स्पीकर को निर्णय लेना है।
उधर, नैनीताल हाईकोर्ट में भी विधायक उमेश के हलफनामे में कई तथ्य छिपाए जाने की याचिका को स्वीकार कर लिया गया है और कल यानी 29 नवम्बर से हाईकोर्ट में इस पर प्रतिदिन बहस होगी। सुप्रीम कोर्ट में एसपीएल भी वापस नहीं हुई है। कुल मिलाकर विधायक उमेश कुमार की मुश्किलें अचानक ही बढ़ गयी हैं।