September 22, 2024

बीजेपी में शामिल हो सकते हैं मिथुन चक्रवर्ती, मोहन भागवत ने की मुलाकात

बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी पारा चढ़ गया है। इस बीच बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को लेकर एक बार फिर चर्चाएं तेज हो गई हैं। अटकलें ये हैं कि मिथुन चक्रवर्ती बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की मिथुन से मुलाकात के बाद इन चर्चाओं को मजबूती मिली है।

उधर, सरस्वती पूजा के मौके पर भी बंगाल में सियासत तेज हो गई है। बीजेपी और टीएमसी दोनों जोर-शोर से सरस्वती पूजा का आयोजन कर रहे हैं। टीएमसी राज्य़ की 125 जगहों पर सरस्वती पूजा का आयोजन कर रही है। बीजेपी भी सरस्वती पूजा के बहाने मतदाताओं को लुभाने में पीछे नहीं है। चुनाव से पहले राज्य में हिंसा का दौर भी खत्म नहीं हो रहा और मालदा में टीएमसी विधायक के घर और पार्टी ऑफिस में तोड़फोड़ हुई है।

बीजेपी में शामिल हो सकते हैं मिथुन चक्रवर्ती
चर्चा है कि बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। दरअसल, आज संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मुंबई में मिथुन चक्रवर्ती से मुलाकात की है। सुबह मोहन भागवत खुद मिथुन चक्रवर्ती से मिलने उनके मुंबई स्थित निवास पर पहुंचे। पश्चिम बंगाल में चुनाव से ठीक पहले इस मुलाकात से कई तरह की चर्चाएं चल पड़ी हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मिथुन चक्रवर्ती बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। खबर है कि अमित शाह या जेपी नड्डा की रैली में मिथुन चक्रवर्ती बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले भी मिथुन के बारे में ऐसी खबरें सामने आती रही हैं। अक्टूबर 2019 में भी मोहन भागवत और मिथुन चक्रवर्ती ने मुलाकात की थी। ये मुलाकात नागपुर के संघ कार्यालय में हुई थी।

मिथुन चक्रवर्ती ने खबरों को नकारा
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात पर मिथुन चक्रवर्ती ने कहा है कि उनसे हमारा काफी गहरा आध्यात्मिक रिश्ता है। मिथुन ने कहा कि हमारी पहले बात हुई थी कि जब भी वह मुंबई आएंगे तो हम जरूर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत जी मेरे घर पर आये इसका मतलब ये है कि वो मुझे और मेरे परिवार को बहुत प्यार करते हैं। मिथुन ने कहा कि इस मुलाकात को राजनीति से जोड़कर बिल्कुल ना देखा जाए, राजनीति से इसका दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है।

सरस्वती पूजा पर सियासत
आज सरस्वती पूजा के मौके पर भी पश्चिम बंगाल में सियासत हावी है। बीजेपी और टीएमसी अलग-अलग सरस्वती पूजा का आयोजन कर रही हैं। बीजेपी के तुष्टीकरण के आरोपों को झेल रही टीएमसी इस बार बड़े पैमाने पर सरस्वती पूजा का आयोजन कर रही है। दरअसल, बीजेपी टीएमसी पर तुष्टीकरण को बढ़ावा देने के साथ मां दुर्गा और मां सरस्वती पूजा को रोके जाने का आरोप लगाती रही है। बीजेपी के आरोपों की काट के लिए इस बार टीएमसी राज्य की 125 जगहों पर सरस्वती पूजा का आयोजन कर रही है। टीएमसी सरस्वती पूजा के बाद शोभा यात्रा भी निकाल रही है ताकि लोगों तक पहुंचा जा सके।


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