September 23, 2024

आरबीआई ने यस बैंक पर कसी नकेल, सिर्फ 50 हजार रुपये ही निकाल सकेंगे ग्राहक

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने नकदी संकट से जूझ रहे यस बैंक से निकासी की सीमा तय कर दी है। आरबीआई के इस आदेश के बाद अब ग्राहक 50 हजार रुपये से ज्यादा नहीं निकाल सकेंगे। आरबीआई के मुताबिक फिलहाल यह रोक 5 मार्च से 3 अप्रैल तक लगी रहेगी। भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक के निदेशक मंडल को भी भंग करते हुए उसपर प्रशासक नियुक्त कर दिया है। इसके अलावा जमाकर्ताओं पर निकासी की सीमा सहित इस बैंक के कारोबार पर कई तरह की पाबंदिया भी लगा दी गई हैं। वहीं एसबीआई बोर्ड ने येस बैंक में निवेश के लिए ‘सैद्धांतिक’ स्वीकृति दे दी है।

केंद्रीय बैंक ने अगले आदेश तक बैंक के ग्राहकों के लिए निकासी की सीमा 50,000 रुपये तय की है। बैंक का नियंत्रण भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में वित्तीय संस्थानों के एक समूह के हाथ में देने की तैयारी की गई है।

आरबीआई ने कहा कि यस बैंक लगातार एनपीए की समस्या से जूझ रहा है, जिसके चलते यह निर्णय लेना पड़ा है। आरबीआई द्वारा जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक, यस बैंक में बचत, चालू या किसी अन्य जमा खाते से एक माह के दौरान 50 हजार रुपये से अधिक धनराशि नहीं निकाली जा सकेगी। इसके अलावा यदि किसी के बैंक में एक से ज्यादा खाते हैं तो भी 50 हजार से ज्यादा धनराशि नहीं निकाली जा सकेगी। दूसरी ओर एसबीआई बोर्ड ने येस बैंक में निवेश के लिए ‘सैद्धांतिक’ स्वीकृति दे दी है।

आरबीआई ने देर शाम जारी बयान में कहा कि यस बैंक  के निदेशक मंडल को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है। इससे लगभग छह माह पहले रिजर्व बैंक ने बड़ा घोटाला सामने आने के बाद पीएमसी बैंक  के मामले में भी इसी तरह का कदम उठाया था। यस बैंक काफी समय से डूबे कर्ज की दिक्कतों से जूझ रहा है।

कुछ मामलों में ग्राहकों को निकासी सीमा में छूट

आरबीआई ने यस बैंक के कुछ ग्राहकों को 50 हजार की निकासी सीमा से कुछ छूट भी दी है। इनमें वो ग्राहक शामिल हैं, जिन्हें कोई मेडिकल इमरजेंसी, हायर एजुकेशन, शादी के खर्चे और आपात आर्थिक आवश्यकता है। इन ग्राहकों पर 50 हजार की सीमा लागू नहीं होगी।

एसबीआई और एलआईसीकरेंगे निवेश

एसबीआई बोर्ड ने यस बैंक में निवेश करने के लिए “सैद्धांतिक रूप से” मंजूरी दे दी है। भारतीय स्टेट बैंक ने गुरुवार को बैंक के केंद्रीय निवेश बोर्ड की बैठक में यस बैंक के संबंध में चर्चा की और बैंक में निवेश के अवसर तलाशने के लिए बोर्ड द्वारा सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी गई है। सरकार ने अपने स्वामित्व वाली बीमा कंपनी एलआईसी से एसबीआई के साथ मिलकर हिस्सेदारी खरीदने के लिए भी कहा है। खबरों के अनुसार, सरकार ने एसबीआई और एलआईसी को सामूहिक रूप से यस बैंक में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने के लिए कहा है।


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