यहां बेटी बनती है पिता की दुल्हन, जानें दुनिया की अजीब परंपराएं
दुनिया की कुछ जनजातियों में ऐसी अजीब परंपराएं हैं जिनके बारे में आपको यकीन करना मुश्किल होगा। हमारा समाज आज कितना भी आगे बढ़ गया हो लेकिन कुछ समुदाय ऐसे भी हैं जो इन अजीब परंपराओं को अपनी पहचान मानते हैं। तो आइए जानते हैं दुनिया की कुछ अजीबोगरीब परंपराएं-
यहां बेटी बनती है अपने पिता की दुल्हन
जी हां, बांग्लादेश दक्षिण-पूर्व जंगलों में एक जनजाति है मंडी। यहां मंडी प्रजाति में मां-बेटी द्वारा एक ही पुरुष से शादी करने का चलन है।
कुछ परिस्थितियों में बेटी को अपने पिता की दुल्हन बनना पड़ता है। कुछ के लिए यह मजबूरी होती तो कुछ का सपना होता है कि वह अपने पिता की दुल्हन बनें। ऐसा करने के पीछे मान्यता है कि इससे महिलाओं की रक्षा होगी और उनका समुदाय बचा रहेगा।
कहा जाता है कि ऐसा तब किया जाता कि किसी महिला का पति बहुत की कम उम्र में गुजर जाता तो उसकी दूसरी शादी परिवार के ही किसी युवक से करा दी जाती है। ऐसे में महिला के यदि कोई पहले से बेटी होती है तो युवक उस बेटी का भी पति माना जाता है। महिला की बेटी जब कुछ बड़ी हो जाती है तो उसे अपने मां के दूसरे पति को अपना पति मानना पड़ता है और पत्नी का व्यहार करना पड़ता है। हालांकि अब इस समाज में कुछ बदलाव हुआ है जिससे ऐसी परंपराओं का चलन धीरे-धीरे बंद हुआ है। इससे भी ज्यादा कुछ परंपराएं ऐसी हैं जिनमें दुनिया के लिए किसी अचरज से ज्यादा महिलाओं द्वारा तरह-तरह की यातनाएं सहन करना है।
3- नरभक्षी प्रजाति-
ब्राजील और वेन्जुएला बॉर्डर में अमेजन के जंगलों में बसे कुछ गांव में जो जनजातीय समुदाय रहता है उनमें इंसान का मांस खाने की परंपरा है। इस प्रजाति के लोग किसी और का मांस नहीं बल्कि अपने ही समुदाय के लोगों का मांस खाते हैं। कई बार तो मरने वाले सदस्य को जंगल में फेंक देते हैं ओर जब उसकी हड्डियां बचती हैं तो उसे केले के सूप के साथ पकाकर खाते हैं। ऐसा करने के पीछे यहां की प्रजाति का मानना है कि उनके प्रियजन की आत्म को मुक्ति मिल जाएगी और वह स्वर्ग में जाएगा।
4- यहां मुर्दों के साथ रहते हैँ लोग-
इंडोनेशिया में टोरजा नाम की जनजाति में अपने मृत पूर्वजों के मुर्दों के साथ रहने का चलन है। यहां तब परिवार के किसी सदस्य की मौत हो जाती है है लो उसे सजाकर एक ताबूत में बंदकर रख लेते हैं। इसके बाद साल में एक बार उसे बाहर निकाला जाता है और उसे स्नान कराकर तैयार कर फिर से ताबूत में बंद कर रख लिया जाता है। इस ताबूत को लोग अपने घर में ही अपने साथ रखते हैं।