एंटीलिया केस : एनआईए चार्जशीट में पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह का नाम नहीं लेकिन साइबर एक्सपर्ट रिपोर्ट में उठे सवाल
एंटीलिया केस में एनआईए की चार्जशीट में मुंबई पुलिस के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह की कोई स्पष्ट भूमिका नहीं है, लेकिन चार्जशीट में एक साइबर एक्सपर्ट के बयान से खुलासा हुआ है कि परमबीर ने फर्जी जैश उल हिंद की धमकी वाला टेलीग्राफ मैसेज बनाने के लिए साइबर एक्सपर्ट को 5 लाख रुपए दिए।
इसके लिए परमबीर सिंह ने साइबर एक्सपर्ट को अपने दफ़्तर में ही 5 लाख रुपये नगद दिया था। जबकि एक्सपर्ट पैसे नहीं लेना चाहता था। उसका ये भी बयान है कि ये अति गोपनीय रिपोर्ट थी जो उसने मुंबई पुलिस आयुक्त के कहने पर बनाई थी और उन्हें बताया था कि ये बहुत गोपनीय रिपोर्ट है और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस पर जांच कर रही है। बावजूद इसके दूसरे दिन ही रिपोर्ट लीक होने से मैं हैरान रह गया। एक्सपर्ट ने ये भी बयान दिया है कि बाद में दिल्ली पुलिस ने अपनी जांच में जिस टेलीग्राम आईडी का जिक्र किया है वो आईडी साइबर एक्सपर्ट वाली आईडी से अलग थी।
दरसल 9 मार्च, 2021 को एक प्रशिक्षण के सिलसिले में साइबर एक्सपर्ट ने सीपी मुंबई के कार्यालय का दौरा किया था। उसी बैठक में उसने परम बीर सिंह को टेलीग्राम चैनल पर ‘जैश-उल-हिंद’ का 27.02.2021 को जिम्मेदारी लेने का दावा करते हुए एक पोस्ट दिखाया था और कहा था की मैं भी इस तरह का चैनल बना भी सकता हूं और मैसेज से छेड़छाड़ कर सकता हूं। और दिल्ली में इजराइली दूतावास के बाहर विस्फोट की जांच में मैंने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का सहयोग भी किया है।