देश में अघोषित आपातकाल, भाजपा को इमरजेंसी के विरोध का हक नहीं: हरीश रावत
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में अघोषित आपातकाल लागू है। इसलिए भाजपा को इमरजेंसी का विरोध करने का कोई हक नहीं।
लोनिवि विश्राम गृह में पत्रकारो से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग से लेकर निति आयोग तक सभी को अपनी अनुचर संस्था बना दिया गया है। मिडिया पर भी अंकुश लगा दिया गया। चेनलो पर दबाव है कि वह सरकार के प्रवक्ता के रूप में काम करे।
उन्होंने कहा कि जो अखबार सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, उनको विज्ञापन देना बंद किया जा रहा है। कहा कि मोदी सरकार विकेंद्रित विकास की बात तो करती है, लेकिन जिला योजनाओ के बजट में 40 प्रतिशत की कटौती कर दी।
इसके अलावा एसटी, एससी, ओबीसी में छात्रवृति का पैसा भी नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नदियों का सीना छलनी कर बेतहासा खनन, घर घर शराब की बिक्री हो रही है। क्या ये सब नरेंद्र भाई दामोदर मोदी टेक्स है या नहीं।
उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को भी निशाने पर लेते हुए कहा की पहाड़ में पलायन रोकने की बात करते है, लेकिन हमने पहाड़ के मोटे अनाज की बिक्री के लिए जो योजना बनाई थी, उसे सरकार ने बंद कर दिया। ऐसे में क्या पहाड़ से पलायन को रोका जा सकता है।