September 22, 2024

पुरुलिया में मिले माओवादी पोस्टर, बदला लेने की दी गई धमकी, गिरिडीह में नक्सली विस्फोट से ट्रेन सेवा हुई बाधित

गणतंत्र दिवस के अगले दिन गिरिडीह ( गिरिडीह में नक्सलियों)  में रेलवे ट्रैक उड़ाने की घटना के बाद अब माओवादियों के नाम के पोस्टरों लेकर सनसनी फैल गई. पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में बड़ाबाजार थाना क्षेत्र के झारखंड के निकट लालदी गांव में कई जगहों से माओवादियों के नाम के पोस्टर बरामद हुए हैं. पुलिस ने पोस्टर पहले ही बरामद कर लिए हैं. इन पोस्टरों में बदला लेने की धमकी दी गई है. हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यह पोस्टर किसने दिया. बड़ाबाजार पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. इससे पहले भी बड़ाबाजार थाने के अलग-अलग जगहों से माओवादियों के नाम वाले पोस्टर बरामद हुए थे. दूसरी ओर, झारखंड-बिहार बंद के दौरान नक्सलियों ने रेलवे को निशाना बनाया है. धनबाद रेल मंडल के चिचाकी और कर्माबाद रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक पर बम विस्फोट किया. इससे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया. इससे ट्रेन सेवा बाधित हुई है.

झारखंड और बंगाल में ट्रेन सेवा हुई बाधित

विस्फोट के बाद रेलवे ने तुंरत हावड़ा–दिल्ली ग्रैंड कार्ड रेलवे लाइन के धनबाद और गया के बीच रेल परिचालन रोक दिया। यह घटना रात करीब डेढ़ बजे घटी. संयोग से जानमाल का नुकासन नहीं हुआ. विस्फोट की चपेट में ट्रेन के आने से नुकसान हो सकता था. रेल परिचालन बाधित होने से हावड़ा और नई दिल्ली की तरफ जाने वाली कई ट्रेनें झारखंड-बिहार के विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी हैं. नक्सलियों के बंद के कारण रेलवे अलर्ट मोड में है. गति को नियंत्रित कर ट्रेनों का परिचालन करने का निर्देश दिया गया थ. इसके साथ ही विशेष सतर्कता बरती जा रही थी. शायद यही कारण है कि विस्फोट से ट्रेन को नुकसान नहीं हुआ. रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. ट्रैक मरम्मत का काम चल रहा है.

नक्सलियों ने 27 जनवरी को किया है झारखंड-बिहार बंद का आह्वान

नक्सलियों ने 27 जनवरी को झारखंड-बिहार का आह्वन किया है. यह बंद भाकपा पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस और उनकी नक्सली प्रत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में बुलाई गई है. इसी दौरान नक्सलियों ने चिचाकी और कर्माबाद के बीच विस्फोट किया.प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी का विरोध और जेल में इलाज की मांग को लेकर नक्सलियों ने झारखंड-बिहार बंद से पहले 21 से 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस मनाया. इस दौरान भी हिंसा किया. गिरिडीह जिले में मोबाइल टावर और पुल को उड़ाया था.


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