September 22, 2024

बीएचयू में देश के पहले हिन्दू अध्ययन कोर्स की शुरूआत, जल्द भरें आवेदन

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए अब हिंदू धर्म के अध्ययन की शिक्षा की शुरूआत होने जा रही है। इस शिक्षा को कला संकाय के भारत अध्ययन केंद्र के द्वारा शुरू किया जा रहा है। इस शिक्षा में  छात्रों को हिंदुत्व की पुरातन विद्या, परंपरा, कौशल और धर्म-विज्ञान से रूबरू कराया जाएगा। कोर्स 2 साल का होगा जिसमें कुल 40 सीटें हैं। जो भी छात्र इसमें आवेदन करना चाहते हैं उनके पास 7 सितंबर तक का वक्त है। वहीं इसका इंट्रेंस 3 अक्टूबर को होगा। परीक्षा में हिंदू धर्म और शास्त्रों से संबंधित सवाल किए जाएंगे।

क्या हैं तैयारियां और किस तरह रहेगी योजना

केंद्र के चेयर प्रोफेसर राकेश उपाध्याय ने दावा किया है कि बीएचयू देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है जहां हिंदू अध्ययन की शिक्षा दी जाएगी। वहीं विश्वविद्यालय में शिक्षा के स्मार्ट क्लसेस की सुविधा दी जाएगी। इसके साथ ही गुरुकुल शिक्षा पद्धिति भी शामिल है और प्राचीन धर्म शास्त्र के व्यावहारिक पहलुओं का अध्ययन और प्रयोग भी होगा। अत्याधुनिक तकनीक के सहारे डिजिटल दुनिया के अन्य देशों के छात्र भी इस कोर्स में प्रवेश ले सकेंगे।

कोर्स में क्या क्या है खास

बीएचयू में शुरू होने वाले इस नए कोर्स में स्थापत्य कला और पुरातात्विक साक्ष्यों की भी शिक्षा दी जाएगी। इस अध्ययन में प्राचीन भारतीय इतिहास और प्राचीन काल में हिंदू सम्राटों द्वारा उपयोग में आने वाले उपकरणों, हथियारों, स्थापत्य कला जैसे कई चीजों को साक्ष्यों के आधार पर समझाया जाएगा। इसके अलावा संस्कृत विभाग श्लोकों के जरिए शास्त्रों और ग्रंथों के व्यावहारिक ज्ञान की भी चर्चा करेगा। वहीं  छात्रों को रामायण और महाभारत की शिक्षा के साथ ही  स्वामी विवेकानंद के स्थापित जीवन सिद्धांतों और नियमों के अनुकूल छात्रों को शिक्षित किया जाएगा ।

रोजगार के कई अवसर

प्रो. उपाध्याय के मुताबिक इस कोर्स को करने वाले छात्र देशभर में आध्यात्मिक स्थलों पर हिंदू गाइड, विदेशों में प्रोफेसर, धर्म उपदेशक और विभिन्न धार्मिक और अध्यात्मिक संगठनों में हिंदू रिसर्च के क्षेत्र में काम कर सकेंगे। इस कोर्स की भारत ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में मांग उठ रही है।


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