अब प्रतिदिन 16 घण्टे पेयजल की उपलब्धता होगीः मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत
देहरादून। शहर की पेयजन की समस्या को दूर किया जायेगी। इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। सरकार हर व्यक्ति को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को नथुवावाला, देहरादून में 22 करोड़ 48 लाख रूपये की पेयजल योजनाओं का शिलान्यास किया। विश्व बैंक पोषित अर्द्धनगरीय क्षेत्रों के तहत नथुवावाला पेयजल योजनाओं से पेयजल संकट को दूर करना है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि दिसम्बर 2020 तक इस पेयजल योजना का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। इस पेयजल योजना से क्षेत्र में प्रतिदिन 16 घण्टे पेयजल की उपलब्धता होगी। इस योजना से पानी 40 फीट की ऊँचाई तक बिना पम्प की सहायता से लिफ्ट हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश के लिए लगभग एक हजार करोड़ रूपये की अर्द्धनगरीय पेयजल योजना है। उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों में नथुवावाला, बालावाला, बद्रीपुर, नत्थनपुर, नवादा क्षेत्रों के लिए 60 करोड़ से अधिक की पेयजल की योजनाएं प्रारम्भ की गई। जिनमें से 36 करोड़ रूपये की योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि यह पेयजल योजना 2050 तक पानी की आपूर्ति करेगी। सोंग बांध के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। सोंग बांध बनने के बाद यह पूरा क्षेत्र रिचार्ज हो जायेगा। सोंग बांध बनने के बाद रिस्पना नदी पर पानी की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि नदियों के पुनर्जीवीकरण के लिए सरकार अनेक प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें वृक्षारोपण के साथ ही वर्षा जल के संचय की दिशा में प्रयास करने होंगे। नथुवावाला व उसके आस-पास के क्षेत्रों में अभी 3 करोड़ की लागत से 1800 बिजली के पोल लगे हैं, 35 ट्रांसर्फमर लग चुके हैं, जबकि 18 ट्रांसफार्मर और लगने हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने ‘‘मन की बात‘‘ में जल संचय, ई-पेमेंट, जनसंख्या नियंत्रण, कुपोषण से मुक्ति व प्लास्टिक के खिलाफ अभियान का जिक्र किया है। इस दिशा में सबका योगदान जरूरी है। उन्होंने कहा कि हैप्पीनेस व स्वच्छ भारत की दिशा में देश को ले जाने का प्रधानमंत्री जी ने जो संकल्प लिया है, उसको साकार करने के लिए जन सहयोग की आवश्यकता है।