पीएम मोदी के जन्म दिवस पर केवीके रानीचैरी में “पोषण दिवस” का आयोजन।
नई टिहरी। कृषि विज्ञान केन्द्र रानीचौरी में प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर एक दिवसीय पोषण अभियान 2020 एवं कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 40 आंगनवाडी कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया गया।
इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भरसार औद्यानिकी व वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अजीत कुमार कर्नाटक ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुये अपने उद्बोधन में कहा कि कुपोषण से जंग लड़ने के लिए हमें अपने पारम्परिक अनाजों को अपने भोजन में फिर से अपनाना होगा, साथ ही इसकी खेती को भी बढ़ावा देना होगा। उन्होंने अखरोट व हैजल नट की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया। साथ में बताया कि मशरूम व मधुमक्खी पालन से किसानों की आय दुगनी की जा सकती है।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि सीडीओ अभिषेक रोहेला ने कहा कि जिले में कुपोषण दर को कम करने के लिए कार्यप्रणाली तैयार कर ली गयी है। इसके लिये स्वास्थ्य विभाग, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग व विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को मिलकर कार्य करना होगा। आंगनबाडी कार्यकर्ता व आशा वर्कर को सशक्त करना होगा जिससे धरातल पर कुपोषण का निवारण हो सके। कार्यक्रम समन्वयक खाद्य प्रसंस्करण वैज्ञानिक कीर्तिकुमारी ने खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों का महत्व, गृहवाटिका एवं स्वस्थ भोजन की थाली की महत्व के बारे में बताया। केन्द्र की संचालित सफल कार्यक्रमों जैसे ऊर्जा (पोषाहार) व आयरन लड्डू के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
निदेशक प्रसार प्रो सी तिवारी ने आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को परम्परागत भोजन को अपनी दैनिक दिनचर्या में शमिल करने की सलाह दी। कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र के जिले के पोषण स्तर को बढ़ाने के लिये निरन्तर प्रयास किये जा रहे है। सह निदेशक प्रसार डा अरविन्द विजलवाण ने कृषि एवं कृषि वानिकी का कुपोषण निवारण को पर्वतीय क्षेत्रों के जंगली फलों जैसे बुरांश, काफल, भमोरा आदि के पोषण महत्व व वैज्ञानिकों की विकसित बायोफोर्टीफाइड प्रजातियों के बारे में चर्चा की। प्रभारी अधिकारी डा आलोक येवले ने कहा कि देश में कुपोषण दर को कम करने में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की विशेष भूमिका है। कार्यक्रम के अन्त में समस्त प्रतिभागियों को गृह वाटिका किट दी गयी।
कार्यक्रम में प्रो राजेश कौशल, डॉ. आमोल वशिष्ठ, संदीप अरोड़ा, डॉ. लक्ष्मी रावत, डॉ. अजय कुमार, शिखा आंगनवाडी कार्यकत्री शकुन्तला, सुनीता भट्ट, प्रति नेगी, आरती पुण्डीर आदि मौजूद रहे।