श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की व्यवस्था चौपट, अधिकारी-कर्मचारी पूछ रहे है हमारा कुलपति कौन?
देहरादून। विश्वविद्यालय में कुलपति ना हो के कारण श्रीदेवसुमन विश्वविद्यालय की पूरी व्यवस्था चौपट हो चली है। आज की तारीख में विश्वविद्यालय में ना तो कोई कुलपति है और ना ही कोई ऐसा अधिकारी या प्रोफेसर जिसके पास कुलपति का चार्ज हो। जिससे के चलते विश्वविद्यालय के अधिकारी कर्मचारी दुविधा की स्थिति में है। जिसका असर विवि के दैनिक प्रशासनिक और अकादमिक कार्यों पर पड़ना लाजिमी है।
गौर हो कि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० पीपी ध्यानी का बीते दिन कार्यकाल पूरा हो गया है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों-कर्मचारियों की ओर से उन्हें विदाई पार्टी भी दे गई है। नियमों के तहत कार्यभार छोड़ने के बाद कुलपति डॉ ध्यानी को विवि के किसी वरिष्ठ अधिकारी को कुलपति का चार्ज दिया जाना था, ताकि विवि के प्रशासनिक कार्य सुचारू रूप से चलते रहे, लेकिन किसी को भी कुलपति का चार्ज दिये बगैर डॉ० पीपी ध्यानी विश्वविद्यालय छोड़ कर चले गये हैं। जिससे साफ है कि विश्वविद्यालय में आज के दिन कोई भी कुलपति नहीं है।
राज्य गठन के बाइस सालों में उत्तराखंड में ऐसी स्थिति पहली बार आई है, जब कोई विश्वविद्यालय कुलपति का कार्यकाल समाप्त हो गया हो और और उस पद पर तत्काल व्यवस्था ना की गई हो। नियमों के तहत कार्यभार छोड़ने से पहले कुलपति तत्काल व्यवस्था के तहत किसी सक्षम अधिकारी और किसी दूसरे विवि के कुलपति को चार्ज सौपा जाना चाहिए था। लेकिन कुलपति महोदय की ओर से ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। उत्तराखंड इतिहास में श्रीदेवसुमन विवि में ये अजीब सा कारनामा हो रहा है। श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय अधिकारी व कर्मचारी अब पूछ रहे हैं हमारा कुलपति कौन?